औरंगाबाद: बिहार सरकार की ओर से इंटर पास बेरोजगार युवाओं को रोजगार की तलाश में मदद करने के लिए मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना का लाभ जिले के छात्र बखूबी उठा रहे हैं. अबतक 18500 छात्र इस योजना में नामांकन करा चुके हैं. इन छात्रों को हर माह 1 हजार रुपते दिए जा रहे हैं.
दरअसल, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना के तहत 12वीं के बाद पढ़ाई छोड़ कर नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं को 1000 रुपये प्रति माह 2 साल तक दिए जाते हैं. जिससे कि वे अपनी जॉब की तैयारी कर सकें. फॉर्म वगैरह भर सकें. यह योजना उन लोगों के लिए है जो इंटर के बाद अपनी पढ़ाई छोड़ देते हैं.
कार्यालय में जुट रही भीड़
जिला निबंधन सह परामर्श केंद्र के प्रबंधक सुनीता सिंह ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत अब तक 18500 छात्रों को इसका लाभ दिया जा चुका है. जिसमें 23 करोड़ रुपए इनके खातों में भेजे जा चुके हैं. यह बिहार सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है जिससे बेरोजगार छात्र लाभान्वित हो सकते हैं. यह योजना 2016 में आई थी. मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना की शुरुआत बेरोजगार युवाओं को भत्ता देने के लिए था. ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती हुई बेरोजगारी का समाधान करने के लिए ग्रामीण और शहरी बच्चों को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है.
युवाओं को हो रही मदद
ऐसे बच्चे इस योजना का लाभ उठा सकते हैं, जिन्होंने इंटर के बाद पढ़ाई छोड़ दी है. इस योजना के तहत बेरोजगार युवाओं को 2 सालों तक 1 हजार रुपए प्रतिमाह दिए जाएंगे. इस योजना में भाग लेने के लिए आवेदके ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म भर सकते हैं या काउंटर पर आकर भी जमा कर सकते हैं. इसके अलावा कुशल युवा कार्यक्रम के तहत 29,000 युवाओं को बिहार सरकार ने जिले में ट्रेनिंग दिया है. इन छात्रों के लिए 3 माह की कंप्यूटर ट्रेनिंग निशुल्क है. इस ट्रेनिंग के बाद युवा स्वरोजगार कर सकते हैं और बैंकों से उचित दर पर लोन प्राप्त कर स्वरोजगार कर सकते हैं.