बेगूसराय:पीएम की ओर से लॉक डाउन की घोषणा के बाद से लेकर अब तक जिले में लॉक डाउन का सख्ती से पालन किया जा रहा है. जिस वजह से आम लोगों का घर से निकलना मुश्किल है. ऐसे में सबसे बड़ी परेशानी गरीब तबके के लोग और मजदूरी करने वालों को हो रही है. ऐसी स्थिति को देखते हुए न्यायालय के निर्देश पर न्यायाधीश और न्यायालय से जुड़े कर्मी गांव मोहल्ले जाकर लोगों के बीच राशन का वितरण कर रहे हैं.
बेगूसराय: न्यायाधीश और न्यायालय कर्मियों ने गांव में बांटा खाना
कोरोना वायरस से निपटने के लिए जहां सरकारी और गैर सरकारी संस्थाएं रात दिन गरीबों की मदद कर रही हैं. वहीं, अब न्यायालय से जुड़े न्यायाधीश और न्यायालय के कर्मी गांव, मोहल्ले में जाकर लोगों को राहत पहुंचाने का काम कर रहे हैं.
राहत सामग्री का वितरण
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के न्यायाधीश सतीश कुमार झा बताते हैं कि कोरोना वायरस जैसी महामारी से आज संपूर्ण देश लड़ रहा है. ऐसे में लॉक डाउन की वजह से हो रही परेशानियों को देखते हुए न्यायालय ने यह निर्णय लिया कि जरूरतमंदों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया जाए. इसी सोच के साथ गांव मोहल्ले में जाकर लोगों के बीच राशन और राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है.
गांव-गांव जाकर कर रहे जरुरतमंदों की मदद
व्यवहार न्यायालय से जुड़े न्यायाधीश और न्यायालय से जुड़े कर्मी अब जिले के गांव, मोहल्ले में जाकर लोगों के बीच राशन और राहत सामग्री का वितरण कर रहे हैं. न्यायाधीश ने कहा कि न्यायालय का उद्देश्य कहीं न कहीं देश पर आई इस आपदा में लोगों की मदद करना है. साथ ही हमे संगठित होकर कोरोना वायरस से लड़ने का संदेश देना है. उन्होंने कहा कि बुधवार के अभियान में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ठाकुर अमन कुमार सहित कई अन्य न्यायाधीश भी मौजूद रहे.