पटना: महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह का पीएमसीएच में निधन हो गया. पटना यूनिवर्सिटी में सीनेट की बैठक में उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई. यूनिवर्सिटी के कुलपति रास बिहारी सिंह ने शोक जताते हुए इसे यूनिवर्सिटी के लिए अपूरणीय क्षति बताया है.
पटना विश्वविद्यालय के सीनेट की बैठक में दी गई वशिष्ठ नारायण सिंह को श्रद्धांजलि
महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण के निधन पर पटना विवि के कुलपति रास बिहारी सिंह ने शोक जताया. उन्होंने कहा कि वशिष्ठ नारायण की याद में यूनिवर्सिटी में एक चेयर के निर्माण का निर्णय लिया जाएगा.
'छात्रों को उनके जीवन से मिले सीखने का मौका'
पटना विश्वविद्यालय के कुलपति रास बिहारी सिंह ने कहा कि जल्द ही वशिष्ठ नारायण की याद में यूनिवर्सिटी में एक चेयर के निर्माण का निर्णय लिया जाएगा. इससे विज्ञान के छात्रों को उनके जीवन से कुछ सीखने का मौका मिलेगा. उन्होंने कहा कि वह इस बात को लेकर एसोसिएशन में भी चर्चा करेंगे, ताकि आने वाले समय में यूनिवर्सिटी के छात्रों को उनके जीवन के बारे में जानने का मौका मिले.
आइंस्टीन को दी थी चुनौती
बता दें कि डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह ने आइंस्टीन के सिद्धांत (E = mc2) और गौस की थ्योरी, जो गणित में रेयरेस्ट जीनियस कहा जाता है, उसको चैलेंज किया था. कहा जाता है कि एक बार अपोलो मिशन के समय, डॉक्टर वशिष्ठ नारायण सिंह नासा में थे. वहां अचानक कम्प्यूटर में खराबी आई तो उन्होंने अपनी उंगलियों से ही गिनना शुरू कर दिया और उनकी गिनती सही साबित हुई थी.