लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र साल 2025-26 के वित्त वर्ष के लिए योगी आदित्यनाथ के दूसरे कार्यकाल में एक रिकॉर्ड होगा. साल 2022 में जब से दोबारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पद की शपथ ली है, उसके बाद पहली बार कोई सत्र लगभग 15 दिन चलेगा. सत्र के लिए फिलहाल 18 फरवरी से 5 मार्च तक की तारीख तय की गई. 16 दिन की अवधि में विधानसभा सत्र संचालित किया जाएगा. इसमें शनिवार और रविवार के अलावा महाशिवरात्रि का अवकाश रहेगा.
पांच दिन के अवकाश के अतिरिक्त 11 दिन 'हाउस का बिजनेस' संचालित किया जाएगा. आठ लाख करोड़ से अधिक का बजट उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना 20 मार्च को प्रस्तुत करेंगे. दूसरी ओर विपक्ष इस सत्र के दौरान महाकुंभ में भगदड़ के मुद्दे पर आक्रामक नजर आएगा .
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की ओर से बाकायदा विधानसभा क्षेत्र की अधिसूचना की जा चुकी है. दूसरी ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आयोजित की गई कैबिनेट मीटिंग में विधानसभा के बजट क्षेत्र को लेकर प्रस्ताव पारित किया जा चुका है. इस बार तय किया गया है कि 18 फरवरी से 5 मार्च के बीच में विधानसभा का बजट सत्र आयोजित किया जाएगा. साल 2022 मार्च में जब से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूसरी सरकार बनी है तब से कोई भी विधानसभा सत्र 7 दिन से अधिक संचालित नहीं किया गया है.
ऐसे में पिछले 3 साल का यह रिकॉर्ड होगा जब सत्र 16 दिन तक आयोजित होगा. इन 16 दिनों में 5 दिन का अवकाश होगा. सबसे पहले 22 और 23 मार्च को शनिवार और रविवार का अवकाश होगा. 26 फरवरी को शिवरात्रि के अवसर पर अवकाश दिया जाएगा. इसके बाद में एक और दो मार्च को एक बार फिर से शनिवार और रविवार का अवकाश दिया जाएगा. बाकी सभी वर्किंग डे माने जाएंगे और विधानसभा सत्र संचालित होगा. जिसका अर्थ है कि 11 दिन विधानसभा सत्र चलेगा.