देहरादून: उत्तराखंड वन विभाग में इन दिनों तबादल एक्सप्रेस चल रही है. बीते एक हफ्ते में तीसरी बार वन विभाग ने तबादले के आदेश जारी हुए हैं. पहले जहां आईएफएस अधिकारियों के तबादले किए गए तो उसके बाद रेंजर्स को इधर-उधर किया गया था. वहीं अब सालों से एक ही जगह जमे बैठे कर्मचारियों का भी ट्रांसफर किया जा रहा है, जिसकी शुरुआत शिवालिक सर्कल से हुई है. शिवालिक सर्कल से कई कर्मचारियों को इधर से उधर किया गया है.
10 सालों से एक ही स्थान पर तैनात थे वनकर्मी:हैरानी की बात यह है कि इसमें कई वनकर्मी तो 10 साल से भी ज्यादा समय से एक ही जगह पर तैनात थे. लिहाजा शिवालिक सर्कल में धुआंधार तबादलों के साथ इन कर्मियों को शिफ्ट किया गया है. उत्तराखंड में इंडियन फॉरेस्ट सर्विस के अफसरों के बाद अब विभाग के बाकी कर्मचारियों को भी नई जिम्मेदारी दी जा रही है. इस कड़ी में महकमे के ऐसे कर्मचारियों को निशाने पर लिया गया है, जिनको अब तक कोई नहीं हटा पा रहा था. शिवालिक सर्कल से ऐसे वन कर्मचारियों को हटाने की शुरुआत की गई है.
57 कर्मियों के तबादले:हालांकि, प्रदेश के कई दूसरे सर्कल में भी इसी तरह एक ही जगह पर लंबे समय से तैनात कर्मचारियों की एक लंबी फौज है, लेकिन शिवालिक सर्कल से पूरे प्रदेश को संदेश देते हुए इन कर्मचारियों को आइना दिखाने का काम किया गया है. उत्तराखंड वन विभाग में शिवालिक सर्कल के अंतर्गत कुल 57 वन कर्मियों के तबादले किए गए हैं, जिसमें डिप्टी रेंजर से लेकर वन आरक्षी पद तक के कर्मी शामिल हैं.