देहरादूनःउत्तराखंड विधानसभा का मॉनसून सत्र बुधवार से गैरसैंण के भराड़ीसैंण में शुरू हो गया है. तीन दिवसीय सत्र में अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा, जिसकी कैबिनेट मंजूरी दे चुकी है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने सत्र की अवधि को कम बताते हुए इसे अन्याय बताया है.
सत्र की छोटी अवधि पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि भराड़ीसैंण में विधानसभा के मॉनसून सत्र का पहले दिन केदारनाथ की विधायक स्वर्गीय शैला रानी रावत को श्रद्धांजलि देने में चला जाएगा. इसके बाद दो दिन का मॉनसून सत्र रह जाएगा. उन्होंने कहा कि गैरसैंण आने जाने, जरूरी फाइलें लाने ले जाने और मूवमेंट में जो खर्चा आया है, अगर 10 दिन का मॉनसून सत्र भी होता तब भी सरकार को इतनी ही धनराशि खर्च करनी पड़ती. इसलिए तीन दिन का सत्र गैरसैंण में कराना फिजूल खर्ची के सिवाय कुछ भी नहीं है. सरकार हर बार बिजनेस न होने का हास्यास्पद तर्क देती है, जो सिर्फ एक बहाना है. जबकि बिजनेस लाने का काम सरकार का है.
कांग्रेस ने लगाया आरोप: माहरा का कहना है कि पूरा प्रदेश आपदाओं से जूझ रहा है. प्रदेश में बेटियों के साथ अत्याचार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. राज्य की कानून व्यवस्था चरमराई हुई है. बेरोजगारी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है और पेपर लीक के मामले सामने आते जा रहे हैं. पर्वतीय जिलों से पलायन बदस्तूर जारी है. मैदानी क्षेत्रों में आई बाढ़ से पीड़ित लोगों को अभी तक राहत नहीं मिल पाई है. इन सभी महत्वपूर्ण विषयों पर सदन में चर्चा होनी थी. लेकिन ऐसा नहीं लगता कि सरकार इन ज्वलनशील मुद्दों को लेकर गंभीर है. इन सभी प्रश्नों से बचने के लिए सरकार ने विधानसभा के मॉनसून सत्र की अवधि को छोटा रखा है.