लखनऊ: पिछले माह 30 अगस्त को महाराष्ट्र से लखनऊ पहुंची पहली एसी इलेक्ट्रिक डबल डेकर बस को आए हुए एक माह पूरा हो गया है, लेकिन यह बस जिस जगह पर खड़ी की गई थी, वहीं खड़ी रह गई है. नगरीय परिवहन निदेशालय हरहाल में नवरात्र से इस पहली एसी डबल डेकर बस का तोहफा शहरवासियों को देना चाहता था. बस का संचालन शुरू करना चाहता था, लेकिन उसकी उम्मीदों पर कंपनी की गलती ने पानी फेर दिया है. महाराष्ट्र में बिना टेंपरेरी रजिस्ट्रेशन कराए ही बस लखनऊ भेज दी गई और अब इसका लखनऊ आरटीओ कार्यालय में रजिस्ट्रेशन ही नहीं हो पा रहा है लिहाजा, अब फिर से महाराष्ट्र में टेंपरेरी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू की गई है. जब यह प्रक्रिया पूरी होगी उसके बाद बस आरटीओ कार्यालय जाएगी तब जाकर रजिस्ट्रेशन हो सकेगा और फिर बस का संचालन शुरू हो पाएगा. इतना कम होने में अभी काफी वक्त लग सकता है.
फ्री में बस मिली थी, चार्जर खरीदना पड़ाः स्विच मोबिलिटी कंपनी ने नगरीय परिवहन निदेशालय को बस तो फ्री में दे दी, लेकिन चार्जिंग के लिए चार्जर नहीं दिया. निदेशालय को चार्जर खुद खरीदना पड़ा. चार्जर आने के बाद जब रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू करने की नौबत आई तो अब पता चला कि कंपनी ने अस्थाई पंजीकरण कराए बिना ही बस महाराष्ट्र से लखनऊ भेज दी. अब जब बस संचालन की तैयारी परिवहन निदेशालय ने की तो पता चला कि बस का टेंपरेरी रजिस्ट्रेशन नहीं है तो फिर लखनऊ आरटीओ कार्यालय में बस का रजिस्ट्रेशन हो पाना संभव नहीं है.
अब ये करना होगाः वाहन फोर सॉफ्टवेयर बिना टेंपरेरी रजिस्ट्रेशन के बस का परमानेंट रजिस्ट्रेशन ले ही नहीं रहा है. ऐसे में अब पहले टेंपरेरी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी होगी. उसके बाद परमानेंट रजिस्ट्रेशन आरटीओ लखनऊ में कराया जाएगा, फिर बस के उद्घाटन के लिए सरकार से समय मांगा जाएगा. जब समय मिलेगा तो पहली एसी इलेक्ट्रिक डबल डेकर बस कार्यशाला से बाहर निकलकर सड़क पर यात्रियों को यात्रा कराते हुए नजर आएगी. फिलहाल अभी एसी डबल डेकर बस से यात्रा करने के लिए शहरवासियों को इंतजार करना पड़ेगा.