लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) ने उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है, जिसमें 4 मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा गया है. माना जा रहा है कि सपा ने यह कदम 2024 के लोकसभा चुनाव में मुस्लिम वोटरों से मिले जोरदार समर्थन के बाद उठाया है. पार्टी का उद्देश्य मुस्लिम वोटरों का समर्थन बनाए रखना है, जिनका चुनावी समीकरण में महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है.
फूलपुर सीट पर मुस्तफा सिद्दीकी: फूलपुर विधानसभा सीट पर सपा ने मुस्तफा सिद्दीकी को अपना प्रत्याशी बनाया है. मुस्तफा सिद्दीकी पहले भी तीन बार विधायक रह चुके हैं और 2022 के चुनाव में वह सपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं, हालांकि उस चुनाव में उन्हें करीब ढाई हजार वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था. इससे पहले वह 2002 और 2007 में सोरांव से विधायक चुने गए थे. सिद्दीकी का चुनावी अनुभव और क्षेत्र में उनकी पकड़ को देखते हुए सपा ने उन्हें फिर से मैदान में उतारा है.
सीसामऊ सीट पर नसीम सोलंकी:सीसामऊ विधानसभा सीट पर सपा ने नसीम सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है. नसीम, इरफान सोलंकी की पत्नी हैं, जो इस सीट से तीन बार विधायक रह चुके हैं. इरफान सोलंकी को जाजमऊ आगजनी मामले में 7 साल की सजा होने के बाद उनकी विधायकी समाप्त हो गई थी. इस सीट पर मुस्लिम मतदाताओं का दबदबा है, जो 45 फीसदी के करीब है. सपा को उम्मीद है कि नसीम सोलंकी को इरफान सोलंकी के प्रति सहानुभूति और मुस्लिम वोटरों का समर्थन मिल सकता है.
मीरापुर सीट पर सुम्बुल राणा: मीरापुर विधानसभा सीट से सपा ने सुम्बुल राणा को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. सुम्बुल राणा पूर्व सांसद कादिर राणा की बहू और बसपा नेता मुनकाद अली की बेटी हैं. मीरापुर सीट पर मुस्लिम मतदाताओं की संख्या महत्वपूर्ण है, जो लगभग 1.20 लाख है. 2017 के चुनाव में यहां भाजपा के अवतार भड़ाना सपा-कांग्रेस गठबंधन के लियाकत अली को मात्र 193 वोटों से हराने में सफल हुए थे. ऐसे में सुम्बुल राणा की उम्मीदवारी सपा के लिए अहम मानी जा रही है.
सपा का यह रणनीतिक कदम उत्तर प्रदेश के विधानसभा उपचुनाव में मुस्लिम मतदाताओं को अपने पक्ष में बनाए रखने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है, जिससे पार्टी को राजनीतिक लाभ मिलने की संभावना है.
कुंदरकी विधानसभा सीट पर हाजी रिजवान: कुंदरकी विधानसभा सीट के लिए समाजवादी पार्टी ने हाजी रिजवान को प्रत्याशी घोषित किया है. हाजी रिजवान ने 2012 में रामवीर सिंह को हराया था और 2017 में उन्होंने ही यहां पर जीत दर्ज करके विधायक बने थे. 2022 की विधानसभा चुनाव में कुंदरकी विधानसभा सीट से जियाउर रहमान वर्क ने जीत दर्ज की थी. वहीं अब समाजवादी पार्टी ने फिर से हाजी रिजवान को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. कुंदरकी विधानसभा सीट पर भाजपा ने 1993 में आजादी के बाद पहली बार जीत दर्ज की थी. इस विधानसभा सीट पर कुल 3,83,488 मतदाता हैं. इसमें से लगभग सवा दो लाख मुस्लिम मतदाता हैं.
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