नई दिल्ली/रायपुर:साल 2000 में हुए एक मर्डर मामले में हत्या की आरोपी (लड़की) महिला को 21 साल बाद सुप्रीम कोर्ट ने बरी कर दिया है. महिला पहले ही 8 साल जेल में बीता चुकी है. साल 2003 में निचली अदालत ने उसे दोषी ठहराया था. अब 21 साल बाद महिला को बरी कर दिया गया है.
ये है पूरा मामला:दरअसल, साल 2000 में एक मर्डर मामले में बलरामपुर जिले की रहने वाली प्रमिला पर हत्या का आरोप लगा था. साल 2003 में निचली अदालत ने उसे दोषी ठहराया था. दोषी ठहराए जाने और आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने के 21 साल बाद सुप्रीम कोर्ट ने छत्तीसगढ़ की इस महिला की सजा को खारिज कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने महिला को बरी करते हुए कहा है कि अपराध के समय वह नाबालिग थी.