चंडीगढ़: हरियाणा में आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्चों के लिए अब जल्द ही सुनह रा अवसर आ रहा है. इस संबंध में एक संस्था के आवेदन पर निदेशक माध्यमिक शिक्षा हरियाणा ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों समेत अन्यों को पत्र जारी किया है. इसमें सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने की इच्छा रखने वाले आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्चों के लिए कोड कोटिएंट कॉरपोरेट स्पॉन्सरशिप प्रोग्राम शुरू होने बारे बताया गया.
इस प्रोग्राम के तहत प्रदेश के वो छात्र जिनकी तकनीकी शिक्षा तक पहुंच नहीं है या इंजीनियरिंग कॉलेजों द्वारा ली जाने वाली उच्च फीस वहन करने में असमर्थ हैं, उनके लिए कोड कोटिएंट कॉरपोरेट स्पॉन्सरशिप प्रोग्राम एक संजीवनी साबित हो सकता है.
12वीं उत्तीर्ण छात्रों के लिए छात्रवृत्ति कार्यक्रम: कोड कोटिएंट कॉरपोरेट स्पॉन्सरशिप प्रोग्राम एक छात्रवृत्ति कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य 12वीं उत्तीर्ण छात्रों को सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में करियर बनाने के लिए सशक्त बनाना है. कार्यक्रम के जरिए हरियाणा के उन 120 छात्रों की पहचान की जाएगी, जो सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने की इच्छा रखते हैं.
निदेशक माध्यमिक शिक्षा हरियाणा ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों समेत अन्यों को पत्र जारी किया (Code Quotient Corporate Sponsorship) 100% ट्यूशन फीस छूट और नौकरी: छात्रों को कोडक्वायंट स्कूल ऑफ टेक्नोलॉजी, पानीपत में अंडर-ग्रेजुएट प्रोग्राम इन सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग (यूजीपीएसई) पर 100 प्रतिशत ट्यूशन फीस छूट प्रदान की जाएगी. ये कार्यक्रम बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (बीसीए) डिग्री के साथ एकीकृत है और औद्योगिक आवश्यकताओं के अनुसार छात्रों के कौशल प्रशिक्षण के लिए डिजाइन किया गया है. छात्रों को कैंपस में 18 महीने का प्रशिक्षण दिया जाता है. इसके बाद एक सॉफ्टवेयर कंपनी में 18 महीने की सशुल्क इंटर्नशिप (रिमोट/ऑफलाइन) दी जाती है. एक बार इंटर्नशिप पूरी होने पर छात्र को उसी नियोक्ता के पास नौकरी मिल जाती है.
बीसीए की डिग्री और प्रमाण पत्र: बीसीए+यूजीपीएसई कार्यक्रम के तीन वर्षों के अंत में प्रत्येक छात्र को बीसीए की डिग्री और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में एक प्रमाणपत्र के साथ 1.5 वर्ष तक का कार्य अनुभव और एक अच्छी कंपनी में प्लेसमेंट मिलेगा.
छात्रवृत्ति का चयन मानदंड: छात्र पात्रता आवेदक को अच्छे समस्या-समाधान कौशल के साथ हरियाणा राज्य से 12वीं पास होना चाहिए. 10वीं के बाद 70% से अधिक अंक प्राप्त होने चाहिए. सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में करियर बनाने में रुचि हो. 12वीं कक्षा में कोई भी स्ट्रीम (नॉन-मेडिकल/मेडिकल/कॉमर्स/आर्ट्स) होना चाहिए.
चयन प्रक्रिया: एक ऑनलाइन/ऑफलाइन लिखित परीक्षा, जिसमें मात्रात्मक योग्यता, तार्किक तर्क, संचार कौशल और कंप्यूटर व सामान्य जागरूकता जैसी चुनौतियां शामिल हैं. जो छात्र पहले चरण को पास कर लेंगे, वे ऑनलाइन व्यक्तिगत साक्षात्कार के लिए उपस्थित होंगे. सीक्यूएसटी टीम छात्र की सीखने की जिज्ञासा की जांच करेगी और अद्वितीय शिक्षण मॉडल (कैंपस में 1.5 वर्ष और सॉफ्टवेयर कंपनियों के साथ 1.5 वर्ष की इंटर्नशिप) को अपनाने के लिए छात्र की स्वीकृति लेगी. चयनित छात्र को 100% छात्रवृत्ति के साथ सीट की ऑफर की जाएगी.
संस्था CodeQuotient क्या है: CodeQuotient महत्वाकांक्षी प्रोग्रामर के लिए एक सीखने और करियर मंच है. इनके कार्यक्रमों से छात्रों को सशक्त बनाते हुए उन्हें प्रौद्योगिकी कंपनियों में उच्च विकास वाले करियर के लिए तैयार किया जाता है. 150 से अधिक नियुक्ति देने वाली कंपनियों के साथ भागीदार. 1000 से अधिक सुपरकोडर लगाए गए. 70+ विश्वविद्यालयों के 25000+ छात्रों को प्रशिक्षित किया. ये छात्रवृत्ति टियर-2 और टियर-3 शहरों के उन लोगों के लिए दरवाजे खोलती है, जो या तो वित्तीय बाधाओं के कारण अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ देते हैं या पेशेवर पाठ्यक्रमों के बजाय पारंपरिक पाठ्यक्रम अपनाते हैं.
ये भी पढ़ें- चंडीगढ़ में गर्मी से हाय तौबा, शिक्षा विभाग ने स्कूलों में छुट्टियों का किया ऐलान, जानें कब तक रहेगा अवकाश - holidays in Chandigarh schools