बागपत:जिले के बिनौली क्षेत्र के गलहेता गांव में एक दिन पहले भगवान परशुराम के नाम से बना बोर्ड उखाड़े जाने पर श्रीकांत त्यागी ने विवादित बयान दिया है. एक कार्यक्रम में मंच से कहा कि, आप सब लोगों ने बड़े सब्र से काम लिया है. नहीं तो दरोगा जी की जिप्सी फूंकी जाती, दो-चार चांटे मारे जाते, वर्दी भी फटती, दंगा होता. राष्ट्रवादी नवनिर्माण संगठन के बैनर तले कार्यक्र में श्रीकांत ने मंच से एएसपी को फोन कर बोर्ड वापस मांगा.
श्रीकांत त्यागी ने एएसपी को मंच से फोन कर कहा कि बोर्ड को थाने पहुंचा दो, वरना ये किसी नहीं सिर्फ मेरी सुनते हैं. उन्होंने यह भी एलान किया कि वे 65 गांवों में भगवान परशुराम के बोर्ड लगाएंगे. यह विवाद भगवान परशुराम के बोर्ड को लेकर शुरू हुआ था. गांव के लोग गांव के बाहर भगवान परशुराम का बोर्ड लगा रहे थे, लेकिन पुलिस ने इसे उखाड़ दिया था. इसके बाद श्रीकांत त्यागी भड़क गए और पुलिस के खिलाफ भड़काऊ बयान दिया.
श्रीकांत त्यागी ने पुलिस पर गंभीर आरोप भी लगाए. कहा कि सभा को विधिपूर्वक न्याय संगत रूप से किया जा रहा था. बिनौली थाने के इंस्पेक्टर ने सभा को स्ट्रेस करने का प्रयास किया था. यहां पर भगवान परशुराम जी का बोर्ड स्थापित था. कार्यक्रम समाप्त होने के बाद भगवान परशुराम तस्वीर पर माल्यार्पण किया जाना था. पुलिस ने बोर्ड पर लगी भगवान पुरशुराम की तस्वीर को फाड़ दिया और बोर्ड को उखाड़ दिया.