काशीपुर: अनंत चतुर्दशी का पर्व देश भर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. उत्तराखंड के काशीपुर में इस अवसर पर दो शोभायात्राओं का आयोजन किया गया. काशीपुर में अनंत चतुर्दशी के मौके पर मां चामुंडा देवी और रामलीला ध्वज शोभायात्रा का आयोजन किया गया. इस मौके पर दोनों ही शोभा यात्राएं धूमधाम और गाजे बाजे के साथ निकाली गई.
बता दें कि बीते कई सालों से काशीपुर में अनंत चतुर्दशी पर दो बड़ी शोभा यात्राएं निकाली जाती है. इस बार भी मंगलवार 17 सितंबर को काशीपुर में दोनों शोभा यात्राएं निकाली गई. इस मौके पर मां चामुंडा देवी की शहर में शोभायात्रा निकाली गई. मोहल्ला लाहौरियन स्थित श्री गीता भवन में हवन होने के बाद यहां से चामुंडा देवी की ढोल नगाड़ों के साथ शोभायात्रा निकाली गई.
मां चामुंडा देवी की अखंड जोत का डोला: इसमें मां चामुंडा देवी की अखंड जोत का डोला था. शोभायात्रा में मां के भक्त झूमते गाते चल रहे थे. इस मौके पर आयोजक सुनील कुमार "मराठा" ने बताया कि यह शोभायात्रा पिछले काफी वर्षों से अनन्त चतुदर्शी के दिन निकाली जाती रही है. पहले इसे बैंगन वाले बाबा के नाम से मशहूर कैलाश चन्द्र जोशी निकाला करते थे. जैसे-जैसे शोभायात्रा आगे बढ़ती गईं, श्रद्धालु शोभायात्रा से जुड़ते गए. मां चामुंडा देवी की शोभायात्रा का जगह-जगह श्रद्धालुओं ने फूल मालाओं से स्वागत किया.
मां चामुंडा देवी शहर की देवी है और साल भर शहर वासियों के स्वास्थ्य की मनोकामना के उद्देश्य के साथ प्रतिवर्ष है शोभायात्रा निकाली जाती है और मां चामुंडा माता को पूरे शहर का भ्रमण कराया जाता है. चामुंडा देवी की शोभायत्रा चामुंडा मंदिर में पहुंचकर वापस अपने गंतव्य को आकर समाप्त हुई.
रामलीला ध्वज शोभा यात्रा काशीपुर. (ETV Bharat) इसी के साथ-साथ श्री रामलीला मैदान से पायते वाली रामलीला का झंडा जुलूस ध्वज शोभायात्रा का भी आयोजन किया गया. जिसमें भगवान गणेश, मां सरस्वती की झांकी के अलावा राधा कृष्ण की झांकी, भगवान शिव. मां पार्वती और राधा कृष्ण का डीजे नृत्य के अलावा बैंड बाजे के साथ राम दरबार आकर्षण का केंद्र रहे. दोनों शोभायात्रा देर रात में समाप्त हुई.
श्रद्धालुओं के मुताबिक़ बदलते मौसम में स्वास्थ्य की दृष्टि से मां को प्रसन्न करने के लिए शोभायात्रा निकाली जाती है. श्री रामलीला कमेटी के आयोजकों के मुताबिक चूंकि किसी भी तरह का शुभ कार्य पितृ पक्ष के श्राद्ध के दौरान नहीं किया जाता है और रामलीला का मंचन मध्य श्राद्धों में किया जाता है. इसीलिए अनन्त चतुर्दशी के दिन झंडा शोभायात्रा के साथ एक तरह से इसका आगाज़ करवा दिया जाता है, जिसके बाद मध्य श्राद्ध में रामलीला की शुरुआत हो जाएगी. आज से रामलीला का झंडा रामनगर रोड स्थित पायते वाली रामलीला में लग गया है और आगामी 29 सितम्बर से रामलीला के मंचन का आगाज हो जायेगा.
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