सागर: बुंदेलखंड मेडिकल काॅलेज के गर्ल्स हाॅस्टल में शनिवार को उस सनसनी फैल गई, जब गर्ल्स हॉस्टल से चीखने चिल्लाने की आवाज आने लगीं. गर्ल्स हास्टल के सुरक्षाकर्मियों ने इसकी सूचना तत्काल वार्डन को दी. वार्डन ने जब हॉस्टल पहुंचकर देखा, तो उनके होश उड गए. दरअसल मेडिकल काॅलेज के गर्ल्स हॉस्टल में एक कोबरा घुस गया था.
वार्डन ने तत्काल सुरक्षाकर्मियों को स्नेक कैचर को बुलाने के लिए कहा. स्नैक कैचर अकील बाबा के पहुंचने पर कोबरा कहीं छिप कर बैठ गया था. लेकिन अकील बाबा ने आखिरकार कोबरा को पकड़ लिया. तब जाकर गर्ल्स हॉस्टल की लड़कियों ने राहत की सांस ली.
गर्ल्स हॉस्टल में मची चीख पुकार
शनिवार दोपहर बुंदेलखंड मेडिकल काॅलेज परिसर में हडकंप मच गया. जब मेडिकल काॅलेज परिसर में बनी गर्ल्स हॉस्टल में लड़कियों के चीखने चिल्लाने की आवाज आने लगी. दरअसल हॉस्टल में एक कोबरा घुस आया था, जिसे देखकर लड़कियां इधर उधर भागने लगी. तत्काल गर्ल्स हॉस्टल की वार्डन ने स्नेक कैचर अकील बाबा को सूचना दी.
स्नेक कैचर ने किया कोबरा का रेस्क्यू (ETV Bharat) अकील बाबा ने अपने स्नेक कैचर बेटे असद को गर्ल्स हॉस्टल भेजा, लेकिन तब तक कोबरा कहीं छिप गया था. स्नेक कैचर असद वापस आ गया. लेकिन अकील बाबा को कुछ देर बाद फिर फोन पहुंचा कि कोबरा फिर दिखा है. तब अकील बाबा खुद गर्ल्स हॉस्टल पहुंचे और कोबरा की तलाश की, तो कोबरा छिपकर बैठा हुआ था. लेकिन अकील बाबा ने उसे बड़ी मशक्कत से पकड़ने में सफलता हासिल की.
कई दिनों से घूम रहा था हॉस्टल में
स्नेक कैचर अकील बाबा ने बताया कि, ''ये कोबरा एक बार पहले भी दिखा था और मुझे बुलाया गया था. लेकिन तब ये चूहों के बिल में घुस गया था. हम लोगों ने खोदकर भी तलाश की, लेकिन मिल नहीं पाया था. आज भी इसने खूब चकमा दिया, लेकिन मैंने इसे पकड़ लिया. ये काफी खतरनाक सांप है. गनीमत ये रही कि इसने किसी को निशाना नहीं बनाया. अब मैं इसे सुरक्षित जंगल में छोड़ दूंगा.''