भोपाल: मोहन यादव सरकार की कैबिनेट बैठक में सीनियर मंत्रियों के शामिल न होने को लेकर प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है. मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में एक बार फिर वरिष्ठ मंत्री कैलाश विजयवर्गीय नहीं दिखाई दिए. यह लगातार चौथा मौका है जब वह कैबिनेट बैठक में नजर नहीं आए. कांग्रेस ने इसको लेकर प्रदेश सरकार को निशाने पर लिया है. कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने आरोप लगाया कि सरकार में उनकी उपेक्षा का यह परिणाम है, जो बताता है कि सरकार के अंदर सब ठीक नहीं है. उधर, इस मामले में बीजेपी ने सफाई दी है.
'केशव प्रसाद मौर्य के रास्ते पर कैलाश विजयवर्गीय'
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अब्बास हफीज कहते हैं कि, "मध्य प्रदेश बीजेपी में जमकर अंतरकलह चल रहा है. सीनियर नेता मोहन यादव को मुख्यमंत्री के रूप में पचा नहीं पा रहे हैं. मध्य प्रदेश में भी उत्तर प्रदेश बीजेपी जैसे हालात हो गए हैं. कैलाश विजयवर्गीय जैसे सीनियर नेता मध्य प्रदेश में केशव प्रसाद मौर्य के रास्ते पर चलते दिखाई दे रहे हैं."
कांग्रेस प्रवक्ता ने ली चुटकी
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता भूपेन्द्र गुप्ता ने इसको लेकर चुटकी लेते हुए कहा कि, "सरकार में कैलाश विजयवर्गीय सबसे वरिष्ठ हैं और लगातार उनका बैठक में मौजूद न होना अपने आप में सवाल खड़े करता है. सरकार में उनकी उपेक्षा हो रही है. लगता है इसलिए उन्होंने कैबिनेट से ही दूरी बना ली है." कैबिनेट की बैठक में कैलाश विजयवर्गीय के अलावा, मंत्री प्रहलाद पटेल भी दो बैठकों से नदारद दिखाई दे रहे हैं.
बीजेपी ने किया पलटवार