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जिस जवान ने कारगिल युद्ध में खट्टे किए थे दुश्मनों के दांत, उस शहीद को ही भूल गई सरकारें, 25 साल बाद भी नहीं निभाया अपना वादा - KARGIL VIJAY DIWAS - KARGIL VIJAY DIWAS

Kargil war Martyr Tekchand Mastana: देशभर में आज कारगिल विजय दिवस पर शहीदों को याद किया जा रहा है. हिमाचल से इस युद्ध में 52 जवान शहीद हुए थे. इन शहीदों में मंडी जिले के बल्ह के टेकचंद मस्ताना भी शामिल थे. लेकिन कारगिल युद्ध के 25 साल बीत जाने के बाद भी टेकचंद मस्ताना की शहादत पर उनकी पत्नी से सरकार ने जो वादा किया था, उसे आज तक पूरा नहीं किया. पढ़िए पूरी खबर...

कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि
कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि (ETV Bharat)

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Jul 26, 2024, 5:16 PM IST

Updated : Jul 26, 2024, 8:36 PM IST

मंडी में मनाया गया कारगिल विजय दिवस (ETV Bharat)

मंडी:देश का हर नागरिक तब तक सुरक्षित है, जब तक सीमा पर खड़े हमारे वीर जवान मातृभूमि की रक्षा अपनी प्राणों की आहुति देकर कर रहे हैं. भारतीय सैनिकों के शौर्य और बलिदान की गाथा पूरा विश्व जानता है. आज कारगिल युद्ध की जीत को 25 साल पूरे हो गए हैं. कारगिल विजय दिवस को लेकर आज रजत जयंती मनाई जा रही है. ऐसे में अपने शहीदों को याद किए बिना इस जीत का जिक्र करना फीका सा लगता है. लेकिन कारगिल युद्ध में जो जवान शहीद हुए लगता है, उनके बलिदान को सरकारें भूल गई हैं. तभी तो कारगिल युद्ध में शहीद हुए टेकचंद मस्ताना की पत्नी से सरकार ने जो वादा किया था, उसे आज तक पूरा नहीं किया गया. जिसकी वजह से शहीद की पत्नी काफी नाराज हैं.

गौरतलब है कि 3 महीनों तक चले कारगिल युद्ध में वीर भूमि हिमाचल से 52 जवानों ने शहादत का जाम पिया था, जिनमें मंडी जिला के 11 जवान शामिल थे. इन वीर जवानों की शहादत के बाद तत्कालीन सरकारों ने कई तरह की घोषणाएं की थीं. लेकिन 25 वर्ष बीत जाने के बाद भी शहीदों के लिए की गई घोषणाओं के पूरा ना होने से परिजनों में रोष है. इन्हीं शहीदों में मंडी जिले के बल्ह के जवान टेकचंद मस्ताना भी शामिल हैं.

कारगिल युद्ध के हीरो रहे टेकचंद मस्ताना की पत्नी वीना देवी ने कहा "शहादत के वक्त सरकार ने कई वादे किए थे. इन्हीं में से एक उनके पति टेकचंद मस्ताना के नाम पर बल्ह के कंसा चौक में एक खेल स्टेडियम बनाने का वादा था. लेकिन समय बीतता गया और सरकार ने यह वादा पूरा नहीं किया. इतना ही नहीं 3 साल पहले नेरचौक के स्यांह में शहीद टेकचंद की गलत प्रतिमा लगा दी गई, जिसे आज तक नहीं बदला गया. ऐसे में वीना देवी ने अपने पति की प्रतिमा को खुद से बनवाया और उसे अपने घर के आंगन में स्थापित किया. शहीद की पत्नी ने सरकार से शहीदों का अपमान ना करने की गुहार लगाई है"

वहीं, कारगिल विजय दिवस के मौके पर मंडी जिले से कारगिल वार में शहीद हुए 11 रणबांकुरों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए और इन सैनिकों के बलिदान को याद किया गया. मंडी शहर के इंदिरा मार्केट स्थित शहीद स्मारक पर जिला प्रशासन, पूर्व सैनिकों, शहीदों की वीरांगनाओं और उनके परिवार के लोगों ने जवानों की कुर्बानी को याद किया. कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ के मौके पर जिला प्रशासन द्वारा शहीदों के परिजनों को सम्मानित भी किया गया.

इस मौके पर डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने सभी शहीदों को नमन किया और उनके बलिदान को याद करते हुए कहा "हमें ऐसे वीर सैनिकों पर गर्व है, जिन्होंने देश और देशवासियों के लिए अपने प्राणों की आहुति दी."वहीं, समारोह में मौजूद वीरांगनाओं को भी सम्मानित किया गया. पूर्व सैनिकों ने इस समारोह के आयोजन के लिए सभी को बधाई दी. वहीं, अपने शहीद बेटे और पति को याद करके माता-पिता और उनकी वीरांगनाओं की आंखें नम हो गईं.

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Last Updated : Jul 26, 2024, 8:36 PM IST

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