जबलपुर.राज्यसभा सांसद और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह मंगलवार को जबलपुर पहुंचे. दिग्विजय सिंह का कहना है कि इन्वेस्टर मीट एक बड़ा घोटाला है. अब तक की इन्वेस्टर मीट्स को यदि देखा जाए तो इनमें होने वाले मेमोरेंडम की अंडरस्टैंडिंग परसेंटेज 4% से ज्यादा नहीं है. दिग्विजय सिंह का आरोप है कि ऐसी इन्वेस्टर मीट सबसे ज्यादा अधिकारियों के फायदे की होती हैं. इसमें बड़े-बड़े अधिकारी आएंगे और बड़े-बड़े उद्योगपति आएंगे और सभी एक दूसरे से घंटों बैठकर चर्चाएं करेंगे. आपस में एक दूसरे के नंबर एक्सचेंज करेंगे, सर्विस के दौरान अधिकारी उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाएंगे और सर्विस के बाद उन्हें बड़ी कंपनियों में जाकर यह अधिकारी काम करने लगेंगे.
नीट परीक्षा के नाम पर छात्रों से धोखा
दिग्विजय सिंह ने नीट परीक्षा पर सवाल उठाते हुए कहा, '' नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के अध्यक्ष प्रदीप जोशी शुरू से ही विवादित रहे हैं. उन्होंने एसोसिएट प्रोफेसर की जो भर्ती निकली थी उसमें नियम कानून को दरकिनार करते हुए फर्जी नियुक्तियां की थीं. इसकी जब जांच हुई तो उन्हें समय से पहले मध्य प्रदेश राज्य सेवा आयोग से हटा दिया गया था. लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार उनपर मेहरबान हो गई और उन्हें छत्तीसगढ़ पीएससी का अध्यक्ष बना दिया गया. नीट परीक्षा के मामले में केंद्र सरकार ने छात्रों के साथ धोखा किया है.''
गरीब व आम जनता के साथ धोखा
दिग्विजय सिंह ने आगे कहा, '' महंगाई चरम पर पहुंच गई है. आम आदमी का बचत का प्रतिशत बहुत कम हो गया है. यही वजह है कि केंद्र सरकार को देश के 80 करोड़ लोगों को सरकारी राशन देना पड़ रहा है. टेलीकॉम की दरों को जिस तरह बढ़ाया गया है, उससे देश का गरीब से गरीब व्यक्ति प्रभावित होगा क्योंकि टेलीफोन का उपयोग गरीब मजदूर भी कर रहा है. वहीं घरों में बच्चों को मोबाइल की आदत लग चुकी है. ऐसी स्थिति में टेलीफोन की दरों को 20% तक बढ़ाना आम जनता के साथ धोखा है.''