छोटी उम्र में बड़ा धमाका, 6 साल की वान्या शर्मा ने योगा में लगाई रिकॉर्ड की झड़ी, मूव्स देख दातों तले दबा लेंगे उंगलियां - YOGA GIRL VANYA SHARMA
दिल्ली के पीतमपुरा की रहने वाली 6 साल की योगिनी वान्या शर्मा योगा गर्ल के नाम से फेमस हो गई हैं. योगिनी 2 साल की उम्र से योगा कर रही हैं. जिसके लिए उनको कई अवार्ड भी मिल चुके हैं. स्वामी रामदेव, आचार्य बालकृष्ण सहित कई हस्तियां उनके योगा का कायल हैं.
6 साल की वान्या शर्मा ने योगा में लगाई रिकॉर्ड की झड़ी (Etv Bharat)
भोपाल।अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 की उल्टी गिनती शुरू हो गयी है. महिला सशक्तिकरण के लिए योग थीम के साथ इस बार 21 को देश भर में 10वां योग दिवस मनाया जायेगा. बता दें कि योग महिलाओं को सशक्त बनाने का एक व्यापक साधन है. जिसमें उनकी शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक, सामाजिक और आध्यात्मिक भलाई शामिल है. आज हम आपको बताएंगे सबसे कम उम्र की योगा गर्ल योगिनी वान्या शर्मा के बारे में. बड़ी-बड़ी हस्तियां भी जिनके योग की तारीफ कर चुके हैं.
वान्या शर्मा ने योगा में कई रिकॉर्ड्स अपने नाम किये हैं (Etv Bharat)
योगा में बनाए 10 रिकॉर्ड्स
योगिनी वान्या शर्मा जो 2 वर्ष की उम्र से योग कर रही हैं और आज 6 वर्ष की उम्र तक आते-आते उन्होंने 10 विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए हैं. इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, योगा बुक ऑफ रिकॉर्ड और यूनिवर्सल बुक ऑफ रिकॉर्ड जिनमें प्रमुख हैं. वान्या शर्मा एसडी पब्लिक स्कूल, पीतमपुरा दिल्ली में पहली कक्षा में पढ़ती हैं. वह योग के साथ-साथ राम पाठ और मंत्र उच्चारण भी करती हैं. वान्या करीब 50 से ज्यादा योग आसान करना जानती हैं. खुद तो करती ही हैं, साथ ही साथ सबको सिखाती भी हैं.
अभिनेता सोनू सूद के साथ योगा गर्ल वान्या शर्मा (Etv Bharat)
आचार्य बालकृष्ण से लेकर कैलाश सत्यर्थी तक हुए कायल
स्वामी रामदेव, आचार्य बालकृष्ण, साध्वी देवप्रिया, स्वामी चिदानंद सरस्वती, डॉ किरण बेदी, डॉ कैलाश सत्यर्थी, एक्टर राकेश बेदी, एक्टर सोनू सूद, एक्ट्रेस अमीषा पटेल जैसी जानी मानी हस्तियां वान्या के हुनर को सलाम कर चुकी हैं और उनको सम्मानित कर चुकी हैं. वान्या का कहना है कि ''महिलाओं के लिए योग कक्षाएं महत्वपूर्ण हैं. महिलाओं की योग कक्षाएं, प्रतिभागियों को अपने शरीर और क्षमताओं को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करके आत्मविश्वास बनाने में मदद कर सकती हैं. महिला परिवेश में अभ्यास करने से आत्म-चेतना और शरीर की सकारात्मकता को बढ़ावा मिल सकता है.