उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

जजरेड़ पहाड़ी पर लटके विशालकाय पत्थर का ट्रीटमेंट शुरू, PWD ने संभाला मोर्चा - Vikasnagar Rock Stone Treatment

Jajred Stone Treatment, vikasnagar stone treatment, Rock Stone Treatment in Sahiya जजरेड़ पहाड़ी पर लटके पत्थर का ट्रीटमेंट शुरू कर दिया गया है. इसके लिए चट्टान के चारों तरफ चार मीटर ऊंचाई और इतनी ही लंबाई वाले लोहे का जाल व चेन लगाकर स्थिर कर दिया गया है. साइलेंट एक्सप्लोसिव केमिकल के जरिये इसे तोड़ा जाएगा.

ETV Bharat
विकासनगर चट्टान पत्थर ट्रीटमेंट (ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 21, 2024, 3:09 PM IST

Updated : Aug 21, 2024, 3:45 PM IST

विशालकाय पत्थर का ट्रीटमेंट शुरू, (ETV Bharat)

विकासनगर:जजरेड़ पहाड़ी के पास सड़क से तीन सौ मीटर ऊपर अटके भारी भरकम पत्थर का का ट्रीटमेंट शुरू कर दिया गया है. लोक निर्माण विभाग ने भारी भरकम पत्थर का का ट्रीटमेंट कार्य कर रहा है. इस पत्थर तोड़ने के लिए साइलेंट एक्सप्लोसिव केमिकल का इस्तेमाल किया जा रहा है.

जौनसार बाबर के मुख्य मोटर मार्ग कालसी चकराता के जजरेड़ लैंडस्लाइडिंग जोन के पास की पहाड़ी पर ऊपर अटका बड़ा भारी भरकम बोल्डर लोगों की जान के लिए खतरा बना हुआ है. पहाड़ी के पास से गुजरते ही लोगों को डर से धड़कनें बढ़ जाती हैं. खतरे को देखते हुए लोक निर्माण विभाग ने पत्थर को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. विभाग ने पत्थर तोड़ने के लिए साइलेंट एक्सप्लोसिव केमिकल का इस्तेमाल किया है. इसके जरिये पत्थर अपने जगह पर ही अंदर से क्रेक हो जाएगा. इसके लिए लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों ने चट्टान को तार के जाल से बांध दिया है. जिससे पत्थर टूटने पर पत्थर के टुकड़े सड़क पर ना गिरे

पत्थर के ट्रीटमेंट के लिए आज पत्थर में होल की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. जिसमें केमिकल डाला जाएगा. कालसी चकराता मोटर मार्ग पर जजरेड लैंडस्लाइडिंग जोन के पास ही सड़क से करीब तीन सौ मीटर ऊपर 26 जून को भारी भरकम चट्टान अपनी जगह से खिसक गई थी. इससे हादसे की आशंका बनी हुई है. इसको देखते हुए लोक निर्माण विभाग सहिया ने चट्टान ट्रीटमेंट की योजना बनाई. चट्टान के चारों तरफ चार मीटर ऊंचाई और इतनी ही लंबाई वाले लोहे का जाल व चेन लगाकर उसे स्थिर कर दिया गया .अब लोक निर्माण विभाग ने इसे तोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.

लोक निर्माण विभाग की सहायक अभियंता राधिका शर्मा ने बताया जाल लगाने के बाद चट्टान नीचे नहीं खिसकेगी. इससे चट्टान को तोड़ने में भी आसानी होगी. अब चट्टान में 10 से 15 छेद करके उसमें साइलेंट एक्सप्लोसिव केमिकल डाला जाएगा. इससे चट्टान उसी स्थान पर धीरे-धीरे टूट जाएगी.

पढ़ें-कालसी-चकराता मार्ग पर बड़ी मुसीबत खड़ी! जजरेड़ की पहाड़ी पर अपनी जगह से खिसका भारी भरकम पत्थर - Kalsi Chakrata Road

Last Updated : Aug 21, 2024, 3:45 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details