छिंदवाड़ा। अगर आप भारी भरकम बिजली बिलों से परेशान है, तो सोलर पैनल आपके लिए राहत भरे हो सकते हैं. सोलर पैनल आपको बिजली बिल से छुटकारा के साथ ही कमाई का जरिया भी बन सकता है. इसके लिए सरकार सब्सिडी दे रही है. जानिए कैसे लगा सकते हैं सोलर पैनल, कितनी मिलेगी सब्सिडी और कहां करें अप्लाई.
सोलर पैनल लगाने के लिए सरकार दे रही सब्सिडी
मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड छिंदवाड़ा के कार्यपालन अधीक्षण अभियंता ने बताया कि भारत सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा आवासीय घरों पर सोलर पैनल लगाकर अपनी बिजली बनाने के लिये 'प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना' का काम शुरू किया है. इस योजना में 1 किलोवाट सोलर पैनल पर 30000 रुपए 2 किलोवाट सोलर पैनल पर 60,000 रुपए एवं 3 किलोवाट सोलर पैनल पर 78,000 रुपए सब्सिडी केवल ऑनग्रिड सोलर पैनल पर ही प्रदान की जा रही है. सब्सिडी की रकम सोलर पैनल लगने और सत्यापन के बाद 30 से 45 दिनों में सीधे बैंक खाते में जमा की जाती है.
कितने किलोवाट का लगा सकते हैं सोलर पैनल
इस योजना के लिये 0 से 150 यूनिट की मासिक खपत के लिए 1 से 2 किलोवाट, 150 से 300 यूनिट मासिक खपत के लिए 2 से 3 किलोवाट एवं 300 से अधिक मासिक खपत के लिए 3 किलोवाट से अधिक क्षमता ऑनग्रिड सोलर पैनल लगाना पर्याप्त होता है. सोलर रूफ टॉप इंस्टालेशन का काम मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड में नियुक्त किए गए वेंडर द्वारा किया जायेगा. जिसमें रूफटॉप सोलर प्लांट का 5 साल तक रखरखाव वेंडर द्वारा ही किया जाना भी शामिल होता है.
सरकार द्वारा अप्रूव उपकरण और सोलर पैनल ही वेंडर द्वारा लगाए जाएंगे. रूफटॉप सोलर प्लांट की लागत लगभग पचास हजार से साठ हजार प्रति किलोवाट हो सकती है. सोलर सिस्टम की स्थापना के लिये 1 किलोवाट के लिये 100 वर्ग फुट, 2 किलोवाट के लिये 200 वर्ग फुट एवं 3 किलोवाट के लिये 300 वर्ग फुट छत की आवश्यकता होती है. सोलर पैनल की स्थापना आवेदन जमा करने एवं अप्रूवल प्राप्त करने के बाद 30 से 45 दिनों के भीतर पूरी हो जाती है.