शिमला: हिमाचल पुलिस नशे के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में आज पुलिस ने प्रदेश के 10 जिलों में 50 ठिकानों पर छापेमारी की. इस कार्रवाई में पुलिस ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इन आरोपियों के पास से पुलिस ने 10 किलो चरस और 100 ग्राम चरस बरामद की है.
हिमाचल पुलिस ने प्रदेश में नशे को जड़ से उखाड़ फेंकने का प्रयास कर रही है. आये दिन पुलिस नशा तस्करों को पकड़ रही है. आज भी पुलिस ने अवैध नशे के कारोबार करने वालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने 10 जिलों में एक साथ 50 जगहों पर छापेमारी की, जिसमें 7 लोगों को गिरफ्तार करने के साथ 8 लाख की संपत्ति जब्त की है.
हिमाचल पुलिस ने कांगड़ा, नूरपुर, चंबा, ऊना, देहरा, हमीरपुर, सोलन, सिरमौर, मंडी और बिलासपुर में नशे कारोबारियों के कई ठिकानों पर दबिश दी. पुलिस ने बताया कि हिमाचल प्रदेश को नशा मुक्त बनाने के लिए प्रयास जारी रहेंगे. आज भी एनडीपीएस एक्ट 1985 के तहत 50 स्थानों पर कार्रवाई की है.
डीजीपी डॉ. अतुल वर्मा ने कहा, "पुलिस ने प्रदेश में अवैध नशे के कारोबार को ध्वस्त करने के लिए 10 जिलों में एक साथ छापेमारी की कार्रवाई की है. इस कार्रवाई में पुलिस ने 7 अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं. जिसमें कुल 10 किलो चरस और 100 ग्राम चिट्टा बरामद हुआ है. इसमें पुलिस ने 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही 8 लाख रुपये की राशि सहित कई फोन और डिजिटल डिवाइस भी जब्त किए".
डीजीपी डॉ. अतुल वर्मा ने कहा, "हिमाचल पुलिस ने गिरफ्तार लोगों की चल और अचल संपत्तियों से संबंधित आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए हैं. कई जगह पर अभी भी पुलिस की कार्रवाई जारी है. कार्रवाई खत्म होने तक दर्ज मामलों की संख्या, गिरफ्तार किए लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है. साथ ही अवैध नशे की मात्रा और जब्त संपत्ति, दस्तावेजों के बारे में अंतिम जानकारी कार्रवाई पूरा होने के बाद दी जाएगी".
डीजीपी ने कहा, "पुलिस नशीली दवाओं और अवैध नशे के व्यापार से निपटने के साथ-साथ लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रतिबद्ध है. पुलिस सतर्क है और ऐसी अवैध गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना जारी रखेगी. डीजीपी ने कहा प्रदेश की जनता को भी सतर्क रहने की आवश्यकता है. उनके क्षेत्र में किसी भी तरह की नशीले पदार्थ या अवैध पदार्थ से संबंधित कोई संदिग्ध गतिविधि हो रही है तो उसकी सूचना स्थानीय पुलिस को जरूर दें. ताकि हिमाचल पुलिस और जनता मिलकर प्रदेश को नशा मुक्त बनाने की ओर काम कर सके".
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