कैथल में पहले चरण में 688 अविवाहित और 187 विधुर पेंशन के लिए चिन्हित. कैथल: हरियाणा के कैथल फैमिली आईडी (पीपीपी) में दर्ज डेटा से पात्र लोगों की घर बैठे पेंशन बन रही है. जिले में अब अविवाहित और विधुरों (जिनकी पत्नी की मृत्यु हो चुकी हो) को भी पेंशन भत्ते का लाभ मिलेगा. पहले चरण में जिले के 688 अविवाहित व 187 विधुरों को चिन्हित किया गया. जिनको फरवरी महीने से प्रति माह 3 हजार रुपए मिलेंगे.
अविवाहित पेंशन पात्रता के लिए उम्र 45 से अधिक: अविवाहित पेंशन पात्रता के लिए उम्र 45 प्लस होनी चाहिए और सालाना इनकम 1.80 लाख रुपए होनी चाहिए. वहीं, विधुर के लिए उम्र 40 प्लस होनी चाहिए और सालाना इनकम 3 लाख रुपए तक होनी चाहिए. अधिकारियों का कहना है कि यदि किसी की उम्र पात्रता के लिए पूरी हो चुकी है तो वह सीएससी सेंटर पर जाकर अपनी फैमिली आईडी में उम्र वेरिफाई कराए. यदि फिर भी परेशानी पेश आ रही है तो अकाउंट नंबर वेरीफाई कराए. इससे सभी पात्रों को घर बैठे ही सरकार की योजना का लाभ मिलेगा.
ये होती है ऑनलाइन तरीके से पेंशन बनने की प्रक्रिया: कैथल जिला समाज कल्याण अधिकारी सत्यवान ढिलोड ने कहा है कि सरकार के द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं को लाभार्थियों तक लाभ पहुंचाने का काम जारी है. उन्होंने कहा कि विभाग समय-समय पर फैमिली आईडी के डाटा को फिल्टर करता रहता है. इसमें से जिसकी उम्र 60 साल पूरी हो जाती है तो संबंधित व्यक्ति के पास फोन कॉल की जाएगी. संबंधित व्यक्ति के डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए क्रीड विभाग की तरफ से गांव का कोई टीचर या फिर अन्य व्यक्ति वेरिफाई करेगा. इसके बाद संबंधित व्यक्ति का डाटा जिला समाज कल्याण विभाग के पास आएगा.
उन्होंने कहा कि विभाग का एक कर्मचारी व्यक्ति के घर जाकर उससे पूछेगा कि क्या वह पेंशन का लाभ लेना चाहते हैं. यदि हां तो उससे एक सहमति पत्र भरवाया जाएगा. साथ ही मौके की फोटो प्रो-एक्टिव ऐप में सबमिट की जाएगी. इसके बाद पूरा डेटा जिला समाज कल्याण विभाग अधिकारी के पोर्टल पर आएगा और यहां से एक क्लिक होते ही पेंशन शुरू हो जाएगी.
6 महीने में पीपीपी डेटा से 10 हजार से अधिक लोगों की बनी पेंशन: साल 2023 के जुलाई महीने से अब तक जिले में बुढ़ापा, दिव्यांग, विधुर और अविवाहित की 10 हजार से अधिक पेंशन बनी हैं. इसमें सबसे ज्यादा बुढ़ापा पेंशन है. इस सीजन में 9445 बुढ़ापा पेंशन बनी और अभी भी 2147 प्रोसेस में है. वहीं 175 दिव्यांगों की पीपीपी डाटा के अनुसार पेंशन बनी है. वहीं, 56 की प्रोसेस में चल रही है. साथ ही 688 अवविवाहित व 187 विधूरों की पेंशन ऑनलाइन बनी है.
हर महीने पेंशन के रूप में बंटेंगें 51 करोड़ 98 लाख 82 हजार:कैथल जिला समाज कल्याण अधिकारी ने कहा कि 1 जनवरी से सम्मान भत्तों में हुई बढ़ोतरी से सरकार के राजस्व पर अच्छा खासा जोर पड़ेगा. उन्होंने कहा कि जिले में अलग-अलग तरीके की पेंशन लेने वाले 1 लाख 77 हजार 444 पात्र हैं. इनमें से बुजुर्ग, विधवा, विधुर, अविवाहित, बौने, दिव्यांग, लाडली स्कीम के लाभार्थियों को हर महीने 3 हजार रुपए मिलेंगे. इसके अलावा निराश्रित बच्चों को 2,100 रुपए और स्कूल न जाने वाले दिव्यांग बच्चों को 2,150 रुपए प्रतिमाह मिलेंगे. अस तरह से सरकार जिले के पात्र लोगों के लिए हर महीने पेंशन के रूप में 51 करोड़ 98 लाख 82 हजार रुपए खर्च करेगी.
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