चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया खत्म हो चुकी है. 16 सितंबर 2024 को नामांकन वापस करने का आखिरी दिन था. इस दिन भाजपा और कांग्रेस के कई बागी नेताओं ने नामांकन वापस लिए. टिकट नहीं मिलने के बाद चुनावी मैदान में उतरे भाजपा और कांग्रेस के कुछ नेताओं ने 5 अक्टूबर को होने वाले चुनाव के लिए सोमवार को अपना नामांकन वापस ले लिया.
90 विधानसभा सीटों पर 1031 उम्मीदवारों के बीच चुनावी मुकाबला: सोमवार को नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि थी. राज्य की 90 विधानसभा सीटों के लिए 1,031 उम्मीदवार मैदान में रह गए हैं. इस बार 1,559 से अधिक उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किए थे. जिनमें से जांच के बाद 1,221 नामांकन वैध पाए गए और इनमें से 190 उम्मीदवारों ने नामांकन वापस ले लिया. जिससे 1,031 उम्मीदवार मैदान में रह गए.
नायब सैनी ने राजीव जैन को मनाया: सोमवार को नामांकन वापस लेने की समय सीमा समाप्त होने से पहसे बीजेपी ने वरिष्ठ नेताओं को पीछे हटने के लिए राजी किया. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भाजपा नेता राजीव जैन से मुलाकात की, जो सोनीपत में पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे थे. सीएम के समझाने के बाद राजीव जैन (जिनकी पत्नी कविता वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री हैं) ने चुनाव से नाम वापस ले लिया.
संतोष यादव ने भी वापस लिया नामांकन: महेंद्रगढ़ जिले के अटेली से चुनाव मैदान में उतरीं पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष संतोष यादव ने भी भाजपा नेताओं के समझाने के बाद चुनाव से नाम वापस लेने का फैसला किया. हालांकि, कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद नवीन जिंदल की मां सावित्री जिंदल हिसार सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं. जहां से वरिष्ठ भाजपा नेता कमल गुप्ता फिर से चुनाव लड़ रहे हैं.
कार्यवाहक सीएम ने रामबिलास शर्मा को भी मनाया: कार्यवाहक मुख्यमंत्री सैनी ने रविवार को महेंद्रगढ़ से नामांकन दाखिल करने वाले पार्टी के वरिष्ठ नेता रामबिलास शर्मा को भी चुनाव लड़ने से मना लिया था. वरिष्ठ नेता से मुलाकात के बाद सैनी ने कहा था कि शर्मा हरियाणा भाजपा के लिए प्रकाश स्तंभ हैं. सीएम ने कहा था कि शर्मा के आशीर्वाद से भारतीय जनता पार्टी तीसरी बार हरियाणा में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है.