जींद:1977 के विधानसभा चुनाव में अस्तित्व में आई उचाना विधानसभा सीट पर वर्तमान विधानसभा चुनाव में बीजेपी के देवेंद्र अत्री ने 32 वोटों से जीत दर्ज की है. उचाना विधानसभा सीट पर पहली बार कोई गैर जाट व्यक्ति विधायक बनने में सफल हुआ है. इससे पहले यहां पर 11 चुनाव हुए हैं और सभी चुनाव में जाट समुदाय के नेता ही विधायक बनते रहे हैं.
इस सीट पर पांच बार बीरेंद्र सिंह तो एक बार उनकी पत्नी प्रेमलता विधायक बनी हैं. एक बार ओम प्रकाश चौटाला तो एक बार उनके पुत्र दुष्यंत चौटाला ने जीत दर्ज की है. सुबे सिंह पुनिया, देशराज नंबरदार, भाग सिंह छातर ने एक-एक बार जीत दर्ज कर यहां से विधानसभा में दस्तक दी हैं.
दो रसूखदारों को हराया : देवेंद्र अत्री के लिए यह जीत बहुत महत्वपूर्ण है. उन्होंने हरियाणा के दो बड़े राजनीतिक घरानों को हराकर जीत दर्ज की है. उनके मुकाबले एक ओर जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह थे तो वहीं देवीलाल परिवार से आने वाले पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला भी मैदान में थे.
पहली बार कोई गैर जाट विधायक बना : उचाना विधानसभा सीट पर जाट वोट बैंक बड़ी संख्या में है और यही एक कारण भी था कि अभी तक यहां से कोई गैर जाट विधानसभा में नहीं पहुंचा था, लेकिन वर्तमान में बने चुनावी समीकरण देवेंद्र अत्री को रास आए और वह गैरजाट होने के बावजूद चुनाव जीतने में सफल रहे.