रायपुर :छत्तीसगढ़ में हुई बेमौसम बारिश ने रायपुर समेत आसपास के जिलों में किसानों के लिए मुसीबत खड़ी की है. बारिश, आंधी तूफान और ओलावृष्टि के कारण धान फसल के साथ ही साथ सब्जी और फलों को नुकसान हुआ है. कई जगहों पर जमकर बारिश हुई है. तो कहीं ओलावृष्टि हुई है. इसके साथ ही कुछ जगहों पर 40 से 50 किलोमीटर की रफ्तार से आंधी चली.जिसका खामियाजा किसान उठा रहे हैं. कृषि विभाग के मुताबिक अप्रैल के पहले सप्ताह में तेज गर्मी के बाद 6 अप्रैल से लगातार हुई बारिश और ओलावृष्टि के कारण फल,सब्जी और धान की फसल को नुकसान हुआ है.
छत्तीसगढ़ में बेमौसम बारिश ने किसानों की बढ़ाई चिंता, फल और सब्जियां बर्बाद, धान को भी पहुंचा नुकसान - Farmers ruined due to weather - FARMERS RUINED DUE TO WEATHER
छत्तीसगढ़ में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण फल,सब्जी और धान उत्पादक किसानों को काफी नुकसान हुआ है. अब भी सरकार नुकसान का आंकलन कर रही है.लेकिन जिन किसानों को अच्छी फसल का इंतजार था,उनकी उम्मीद आंधी और पानी ने तोड़ दी.
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Apr 13, 2024, 7:35 PM IST
'' कद्दू वर्गीय फसलों में लौकी और कुम्हड़ा में भी अच्छा फूल आ चुका था. लेकिन बेमौसम हुई बारिश और अंधड़ की वजह से लौकी और कुम्हड़ा की फसल भी चौपट हो गई. तापमान गड़बड़ होने की वजह से चूसक किट का प्रकोप भी देखने को मिल रहा है." डॉक्टर घनश्याम दास साहू, वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक
जानिए छत्तीसगढ़ में कहां हुआ कितना नुकसान ?:छत्तीसगढ़ की बात करें तो कद्दूवर्गीय फसल के अलावा अनार की फसल में लेमन बटरफ्लाई का प्रकोप भी बेमौसम बारिश की वजह से देखने को मिला है. ऐसे में अनार का फल सड़ चुका है.आम के पौधे में झड़न देखने को मिला. बेमौसम बारिश की वजह से अमरुद भी प्रभावित हुआ है. जिन किसानों ने धान की फसल लगाई थी उसमें बाली आ चुके थी, लेकिन बेमौसम बारिश और अंधड़ की वजह से धान की खड़ी फसल जमीन पर गिर गई. अंबिकापुर जगदलपुर और कबीरधाम के साथ ही मानपुर मोहला इलाके में भुट्टे की फसल लगाई गई थी. भुट्टा लगाने वाले किसानों को भी बेमौसम बारिश से काफी नुकसान उठाना पड़ा. राजिम सरायपाली और चंद्रपुर के एरिया में किसानों ने तरबूज और खरबूज की फसल लगाई थी इन किसानों को भी काफी नुकसान हुआ है.