जयपुर : राजधानी जयपुर की जवाहर सर्किल थाना पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है. जवाहर सर्किल इलाके में स्मार्ट डिजिटल सेवा केंद्र के नाम से कॉल सेंटर संचालित किया जा रहा था. इसमें आधार कार्ड, पैन कार्ड बनवाने की फर्जी एजेंसी और ईमित्र की एजेंसी देने के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी की गई है.
लोगों को फर्जी सॉफ्टवेयर और डैसबोर्ड बेचते थे. सितंबर महीने में ही करीब 400 लोगों से एक करोड रुपए की ठगी की गई है. पुलिस ने मुख्य मास्टरमाइंड समेत 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी पुलिस को भनक नहीं लगे, इसके लिए जगह बदलकर कॉल सेंटर संचालित करते थे.
स्पेशल टीम गठित की :डीसीपी ईस्ट तेजस्विनी गौतम के मुताबिक साइबर ठगी की बढ़ती वारदातों और धोखाधड़ी की घटनाओं पर प्रभावी रोकथाम के लिए एडिशनल डीसीपी ईस्ट आशाराम चौधरी और एसीपी मालवीय नगर आदित्य पूनिया के निर्देशन में जवाहर सर्किल थाना अधिकारी विनोद सांखला के नेतृत्व में स्पेशल टीम गठित की गई.
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पुलिस को सूचना मिली कि मालवीय नगर में बनी एक बिल्डिंग के थर्ड फ्लोर पर डिजिटल सीएससी केंद्र के नाम से एक ऑफिस खुला हुआ है. इसमें लोगों को डिजिटल जन सेवा केंद्र की सारी सेवाओ का केंद्र खुलवाने के नाम पर धोखाधड़ी की जा रही है. पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू की.
पुलिस की टीम बिल्डिंग के थर्ड फ्लोर पर एक हॉल के अंदर पहुंची, तो हाल में दो टेबलों पर 16 कंप्यूटर रखे हुए मिले. इसमें 7 कंप्यूटर पर 7 लोग और एक कंप्यूटर पर एक अकेला युवक काम करता हुआ नजर आया. वहां पर मौजूद एक व्यक्ति ने खुद को ऑफिस का मालिक बताया और अपना नाम प्रमोद कुमार होना बताया.
लोगों का लेते थे डाटा : डीसीपी ईस्ट तेजस्विनी गौतम ने बताया कि प्रमोद कुमार ने पूछताछ में बताया कि सोशल मीडिया पर स्मार्ट डिजिटल सेवा केंद्र का ऐड चलाकर लोगों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा कर उनका डाटा लेते हैं. नाम, पता, मोबाइल नंबर ले लेते हैं. जानकारी एकत्रित करने के बाद कॉल सेंटर से स्मार्ट डिजिटल सेवा केंद्र कस्टमर केयर बोलकर लोगों को कॉल करते हैं.
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स्मार्ट डिजिटल सेवा केंद्र की सेवाएं उपयोग करने के लिए लोगों से कागजात लेकर विभिन्न प्रकार की फीस के नाम पर रुपए ऐंठते थे. इस तरह से लाखों रुपए की जालसाजी कर चुके हैं. कॉल सेंटर से 7 मोबाइल, 16 मॉनिटर, 16 सीपीयू, एक लैपटॉप और कॉलिंग डाटा को जब्त किया गया है. आरोपियों को न्यायालय में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया गया है.
पूछताछ करके पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि आरोपियों ने कितने लोगों के साथ किन-किन राज्यों में धोखाधड़ी की है. पुलिस ने आरोपी प्रमोद कुमार, अमृतम कुमार, योगेश जांगिड़, शुभम सामरिया, राहुल सिंह, सौरभ शर्मा, सीताराम और रोहित मुराडिया को गिरफ्तार किया है.