कानपुर : शहर में एक बार फिर शत्रु संपत्तियों के मामलों का जिन्न बाहर आ गया है. कुछ दिनों पहले गृह मंत्रालय की टीम के अफसरों ने अचानक शहर में आकर कुछ शत्रु संपत्तियों के चिन्हांकन किया था. उन्हीं मामलों को लेकर अब जिला प्रशासन ने शत्रु संपत्तियों से जुड़ी फाइलों को एक बार फिर पलटना शुरू कर दिया है. ऐसे में जो लोग इन संपत्तियों पर वर्षों से काबिज हैं उनके बीच सनसनी है.
कानपुर में शत्रु संपत्तियों का जांच करने निकले अधिकारी. (Photo Credit-Etv Bharat) शत्रु संपत्ति की परिभाषा. (Photo Credit-Etv Bharat)
बेकनगंज के राम जानकी मंदिर पर पाक नागरिक का दावा : शहर में जो शत्रु संपत्तियां हैं, उनमें बेकनगंज स्थित राम जानकी मंदिर पर पाकिस्तान के नागरिक ने अपना दावा किया था. साल 2022 में इस मामले की गूंज सूबे तक रही. उप्र शासन के अलावा कस्टोडियन एनमी प्रॉपर्टी ऑफ इंडिया के अफसरों ने भी आकर शहर में जांच की. तब यह बात सामने आई, कि बेकनगंज स्थित जिस जमीन पर राम जानकी मंदिर बना वहां भी वर्षों पहले शत्रु संपत्ति रही. ऐसे में जिला प्रशासन के अफसरों ने उस संपत्ति को भी शत्रु संपत्ति माना और उस पर अवैध कब्जे को गिराने के आदेश जारी कर दिए थे.
कानपुर में शत्रु संपत्तियों का जांच करने निकले अधिकारी. (Photo Credit-Etv Bharat) कानपुर में शत्रु संपत्तियों का जांच करते अधिकारी. (Photo Credit-Etv Bharat)
दायरे में 20 से अधिक शत्रु संपत्तियां : एडीएम सिटी डॉ.राजेश कुमार ने बताया कि शहर की 20 से अधिक ऐसी संपत्तियां हैं जो शत्रु संपत्ति के दायरे में आ सकती हैं. इनमें बेकनगंज स्थित बाबा बिरयानी, रामजानकी मंदिर, नाला रोड स्थित दारुल मौला, रावतपुर गांव स्थित रावतपुर गार्डन, जाजमऊ स्थित पायनियर टेनरी, स्वरूप नगर स्थित कोनकॉर्ड अपार्टमेंट समेत कई अन्य संपत्तियां हैं. जिला प्रशासन की ओर से इन संपत्तियों की सूची भी तैयार की जा रही है. साथ ही सभी संपत्तियों की जांच भी शुरू हो गई है.
यह भी पढ़ें : गृह मंत्रालय से अफसरों के पास आया आदेश, अब जब्त होंगी शत्रु संपत्तियां
यह भी पढ़ें : सीएम के गुस्सा होते ही कानपुर की शत्रु संपत्तियों पर अफसरों की निगाहें टेढ़ी