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गर्मियों में किडनी का इस तरह रखें ख्याल, जीवन होगा खुशहाल

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Mar 14, 2024, 1:18 PM IST

Updated : Mar 14, 2024, 1:34 PM IST

Kidney Health For All खून को साफ कर शरीर की गंदगी को पेशाब और अपशिष्ट पदार्थ के जरिए बाहर निकालना किडनी का काम है. यानी किडनी स्वस्थ तो हम स्वस्थ. इसी वजह से इस बार वर्ल्ड किडनी डे की थीम भी खास रखी गई है.World Kidney Day 2024

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किडनी का कैसे रखें ख्याल

किडनी के लिए ज्यादा पानी पीना सबसे जरूरी

कोरबा:अच्छा और खुशहाल जीवन जीने के लिए शरीर में स्वस्थ किडनी रहना बहुत जरूरी है. यदि किडनी स्वस्थ नहीं रहेगी तो जीवन आसान नहीं होगा. ऊर्जा में कमी आने के साथ हाथ पैरों में सूजन और कई तरह की परेशानियों की शुरुआत हो जाएगी. इसलिए जरूरी है कि अच्छा और खुशहाल जीवन जीने के लिए हम अपनी किडनी स्वस्थ रखें. लोगों में किडनी को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 14 मार्च को विश्व किडनी दिवस मनाया जाता है. बढ़ते प्रदूषण और खान पान में अनियमितता को देखते हुए इस साल सभी के लिए किडनी स्वास्थ्य की थीम बनाई गई है.

किडनी को स्वस्थ रखने के लिए आहार :किडनी को हेल्दी बनाए रखने के लिए कम नमक और संतुलित आहार लेना चाहिए. मेडिकल कॉलेज अस्पताल कोरबा में पदस्थ एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर वेद प्रकाश ने बताया कि किडनी को हेल्दी रखने के लिए लहसुन, सेब और गोभी, नींबू और आंवला काफी अच्छा रहता है. फूल गोभी में प्रोटीन, कैल्शियम, फॉस्फोरस, विटामिन ए और विटामिन सी होता है. जिसे किडनी के लिए काफी अच्छा आहार माना जाता है. नियमित रूप से एक्सरसाइज करें. कोई भी तकलीफ होने पर पेन किलर लेने से बचें.

किडनी के लिए ज्यादा पानी पीना सबसे जरूरी:स्वस्थ किडनी के लिए अच्छे आहारा के साथ ज्यादा पानी पीना बहुत जरूरी है. गर्मी के मौसम में पानी पीने की मात्रा को बढ़ाना चाहिए. जूसी फलों के ज्यादा आहार में शामिल करना चाहिए. कम पानी पीने से भी किडनी खराब होने का खतरा रहता है.

इन लोगों में किडनी की बीमारी आने का ज्यादा खतरा: मेडिकल कॉलेज अस्पताल कोरबा में पदस्थ एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर वेद प्रकाश ने बताया कि ब्लड शुगर और डायबिटीज के मरीजों में किडनी की बीमारियों के लक्षण ज्यादा देखने को मिलते हैं. हाथ पांव में सूजन रहना बार-बार यूरिन के लिए जाना और इस तरह के कई समस्याएं आने पर किडनी की जांच जरूर करवानी चाहिए.

किडनी के मरीजों के लिए प्रॉपर ट्रीटमेंट जरूरी है. ब्लड प्रेशर और डायबटीज के मरीज रूटीन अपना चेकअप कराते रहे. पानी जितना हो सके उतना ज्यादा पीएं. शरीर में पानी की कमी से किडनी की बीमारियां आने का रिस्क ज्यादा रहता है.- डॉक्टर वेद प्रकाश, एसोसिएट प्रोफेसर, मेडिकल कॉलेज अस्पताल कोरबा

किडनी डैमेज होने पर डायलिसिस :किडनी डैमेज होने पर या इसके ठीक तरह से काम नहीं करने पर मरीजों को डायलिसिस की सलाह दी जाती है. पहले यह सुविधा चुनिंदा अस्पतालों में ही उपलब्ध होती थी. लेकिन अब इसका विस्तार हुआ है. कोरबा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हर रोज 20 से 25 किडनी के मरीजों का डायलिसिस किया जा रहा है. मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर की पदस्थापना के बाद जागरूकता और मरीजों की पहचान करने में भी तेजी आई है. उन्हें जिले में रहकर ही इलाज मिल रहा है. मेडिकल कॉलेज अस्पताल कोरबा में फ्री डायलिसिस की प्रक्रिया की जा रही है. जबकि निजी अस्पतालों में इसका शुल्क अब भी 5 से 10000 के बीच प्रति सेशन है.

क्या है डायलिसिस:इस प्रक्रिया शरीर में खून से दूषित पदार्थों और अतिरिक्त तरल पदार्थ को निकालने के लिए एक आर्टिफिशियल किडनी (हेमोडायलाइज़र) का उपयोग किया जाता है.आर्टिफिशियल किडनी खून को साफ करने का काम करती है. जिसके बाद साफ खून को डायलिसिस मशीन की सहायता से शरीर में वापस भेज दिया जाता है. सामान्य तौर पर एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर से इन अशुद्धियों को यूरिन के माध्यम से किडनी बाहर करती है. लेकिन जब यह प्रक्रिया प्राकृतिक तौर पर किडनी नहीं कर पाती तो डायलिसिस का सहारा लेना पड़ता है. कई मरीजों को हफ्ते में दो से तीन बार डायलिसिस कराना पड़ता है.

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Last Updated : Mar 14, 2024, 1:34 PM IST

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