जयपुर : झारखंड में चुनावी माहौल लगातार बनता जा रहा है. इस बीच भाजपा राज्य में अवैध घुसपैठियों की ओर से गैरकानूनी तरीके से जमीन खरीदने का मामला उठाती रही है. जयपुर आए असम के विधानसभा उपाध्यक्ष डॉक्टर नुमाल मोमिन का कहना है कि आदिवासियों की संख्या लगातार घट रही है. पहले घुसपैठ असम की समस्या थी और आज देश की समस्या बन चुकी है. उन्होंने कहा कि 1979 से लेकर 1985 तक असम में इस मुद्दे पर आंदोलन हो चुका है. उन्होंने कहा कि घुसपैठियों की संख्या जहां आजादी के बाद 10 से 12 पर्सेंट थी, वह अचानक 45 फीसदी तक पहुंच जाती है, तो यह चिंताजनक स्थिति है. झारखंड के संथाल परगना में बढ़ती घुसपैठियों की संख्या पर भी उन्होंने कहा कि हाल ही में असम के मुख्यमंत्री हेमंत विस्वा शर्मा ने भी इस मुद्दे को उठाकर झारखंड में एनआरसी लागू करने की मांग की थी. उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि इस मसले पर ठोस कदम उठाया जाए, वरना आने वाले वक्त में भारत के लोग माफ नहीं करेंगे.
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहा है टॉर्चर :डॉक्टर नुमाल मोमिन के मुताबिक बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय पर लगातार टॉर्चर हो रहा है. उन्होंने कहा कि वहां लगातार गैर मुस्लिम वर्ग पर अत्याचार हो रहे हैं, जिसके कारण अल्पसंख्यक सरहद पार करके भारत में दाखिल होना चाहते हैं. डॉक्टर मोमिन ने कहा कि घुसपैठ रोकने मात्र से समाधान नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दबाव के बाद बांग्लादेश के जमीनी हालात देखने के लिए यूएन वहां दौरा कर रहा है. उन्होंने पीएम मोदी के कदम की सराहना भी की. असम के डिप्टी स्पीकर ने कहा कि भारत को बांग्लादेश में रहने वाले अल्पसंख्यकों की मदद करनी चाहिए. साथ ही उन्होंने मांग की है कि बांग्लादेश के ऊपर अंतरराष्ट्रीय दबाव भी बनना चाहिए, ताकि अल्पसंख्यकों पर अत्याचार रुकें.