नई दिल्ली:बुधवार को दिल्ली एनसीआर गैस चैंबर में तब्दील हो चुका है. दिल्ली एनसीआर का एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरनाक निशान को पार कर चुका है. (एक्यूआई) बुधवार को 'गंभीर' श्रेणी में रहा, शहर के कुछ हिस्सों में कोहरे की एक पतली परत छाई रही और विजिबिलटी सीमित रही. इस बीच, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में सुबह 7 बजे एक्यूआई 442 मापा गया. मंगलवार को दिल्ली का एक्यूआई सुबह 7 बजे 421 दर्ज किया गया था.
सांस लेना हुआ मुश्किल !
दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति बेहद चिंताजनक बनी हुई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों की माने तो देश की राजधानी दिल्ली आज देश में सबसे प्रदूषित शहर है. फिलहाल दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण में हुए इजाफे के बाद लोगों को सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आंखों में जलन का एहसास हो रहा है. दिल्ली की जहरीली हवा विशेष तौर पर बुजुर्गों, बच्चों और पहले से सांस से संबंधित बीमारियों से ग्रसित लोगों के लिए खतरनाक साबित हो रही है.
आज दिल्ली का AQI 442 दर्ज
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा देश के 256 शहरों का डाटा जारी किया गया है. जिसमें देश की राजधानी दिल्ली पहले स्थान पर है. दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 442 दर्ज किया गया है जो की डार्क रेड जोन में है. बल्कि कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 500 के करीब पहुंच गया है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि ठंड बढ़ने और हवा की रफ्तार स्वस्थ होने से एयर क्वालिटी इंडेक्स में और इजाफा होने की संभावना है.
प्रदूषण से बेहाल हो रही जनता !
बुधवार को सुबह 7 बजे आईटीओ में 458, अलीपुर में 471, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम 443, डीटीयू 432, आईजीआई एयरपोर्ट (टी 3) 418, आरके पुरम 464, डीयू नॉर्थ कैंपस 436 AQI दर्ज किया गया. हालांकि, कुछ इलाकों में AQI बेहतर रहा चांदनी चौक का AQI 374, लोधी रोड का 348, दिलशाद गार्डन का 344 और NSIT द्वारका का 367 दर्ज किया गया.
NCR में क्या है प्रदूषण का हाल?
हालात, गाजियाबाद नोएडा और ग्रेटर नोएडा के भी ठीक नहीं है. गाजियाबाद और नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स रेड जोन में है जबकि ग्रेटर नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स डार्क रेड जोन में पहुंच गया है. प्रदूषण बढ़ने से अस्पतालों में सांस के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है. दिल्ली एनसीआर की जहरीली हवा सास के मरीजों के लिए जहर साबित हो रही है.