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'मानसून सत्र में बीजेपी के हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार, खबरों में रहने के लिए वॉकआउट न करे विपक्ष' - HP vidhansabha monsoon session

HP vidhansabha monsoon session: आज हिमाचल विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो चुका है. इस बार सत्र के पूरे हंगामेदार होने के आसार हैं. इसके संकेत बीते कल बीजेपी ने स्पीकर की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक से किनारा करने के बाद दे दिए हैं. वहीं, सदन के कार्यवाही शुरू होने से पहले मीडिया से बातचीत के दौरान सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वो किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं.

विक्रमादित्य सिंह और सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू
विक्रमादित्य सिंह और सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (ETV BHARAT)

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Aug 27, 2024, 12:14 PM IST

Updated : Aug 27, 2024, 1:36 PM IST

सदन की कार्रवाई से पहले सीएम सुक्खू की विपक्ष को चुनौती (ETV BHARAT)

शिमला:हिमाचल प्रदेश का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया है. ये सत्र दस दिन तक चलेगा. इस बार मानसून सत्र 10 दिन तक चलेगा. इस बार सदन के हंगामेदार रहने के पूरे आसार हैं. बीते कल भी बीजेपी ने स्पीकर की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक से किनारा किया था. सत्र से पहले कांग्रेस ने भी विपक्ष के हमलों का जवाब देने के लिए रणनीति तैयार की है. सदन में जाने से पहले सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और विक्रमादित्य सिंह ने बीजेपी पर निशाना साधा है.

सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि, ' दस दिन के मानसून सत्र में बीजेपी किसी भी मुद्दे पर चर्चा करना चाहती है उसके लिए प्रदेश सरकार तैयार है. हम जनता, सरकार,किसान, रोजगार, कर्मचारियों, किसान, युवाओं के मुद्दों पर बीजेपी को चर्चा का प्रस्ताव लाना चाहिए लेकिन चर्चा का प्रस्ताव लाने के बाद बीजेपी को वॉकआउट नहीं करना चाहिए. खबरों में बने रहने के लिए वॉकआउट नहीं होना चाहिए. बीजेपी जिस तरह से लोकतंत्र की हत्या की है उसपर भी चर्चा उन्हें करनी चाहिए. तर्क और तथ्यों के साथ सदन में चर्चा हो इसलिए इस बार का सत्र 10 दिन का रखा गया है.'

वहीं, कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि, 'मंडी की सांसद कंगना रनौत ने किसान आंदोलन में चीन, अमेरिका का हाथ होने की बात कही है. इस पर विदेश मंत्रालय को स्थिति साफ करनी चाहिए. क्या हमारी विदेशी नीति इतनी कमजोर है कि चीन और अमेरिका हमारे देश में इस तरह से हस्तक्षेप कर रहा है. इस तरह के संवेदनशील मुद्दों पर गंभीरता और सोच समझ कर बयान देना चाहिए. ऐसे बयान विदेश नीति पर असर डालते हैं. कंगना को मंडी के मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए. अभी तक भी उन्हें मंडी के हर इलाके में जाने का समय नहीं लगा है. एक दिन का तूफानी दौरा कर वो वापस चली गई हैं. उन्हें श्वेत पत्र जारी करना चाहिए कि मंडी के लिए वो केंद्र से क्या लाई हैं.

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Last Updated : Aug 27, 2024, 1:36 PM IST

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