छतरपुर।कलेक्टर पार्थ जैसवाल नल जल योजना का निरीक्षण करने के लिए दलबल के साथ अचानक ग्रामीण इलाकों के दौरे कर निकले. गाड़ियों का काफिला और पूरा लाव-लश्कर देखकर ग्रामीण हैरान रह गए. कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने घरों के दरवाजे खटखटा कर नलजल योजना की हकीकत जानी. कलेक्टर ने छतरपुर जिले के बड़ामलहरा क्षेत्र के कई गांवों में निर्माणाधीन नल जल योजना से जुड़े कार्यों का निरीक्षण किया.
महिलाओं ने कलेक्टर को टॉयलेट समस्या बताई
कलेक्टर ने योजना के तहत हाइड्रोलिक स्ट्रक्चर एवं वाटर्स ट्रीटमेंट प्लांट की जमीनी हकीकत जांची. कार्य की गति कम होने पर अधिकारियों को नसीहत भी दी. इसके साथ ही कलेक्टर ने मजदूरों से बात कर उनका हाल भी जाना. इस दौरान महिलाओं ने टॉयलेट को लेकर परेशानी बताई तो कलेक्टर ने जल्द नए टॉयलेट बनाने के निर्देश दिए. कलेक्टर ने गांव का पैदल दौरा कर ग्रामीणों से नलजल योजना के बारे में बात की. कलेक्टर ने ग्रामीणों से पूछा "क्या प्रतिदिन साफ पानी मिल रहा है. आप लोगों को क्या नल कनेक्शन जुड़वाने के लिए भी प्रेरित किया गया है."
कलेक्टर ने गांवों में पेयजल की गुणवत्ता पर संतोष जताया
बता दें कि केन्द्र सरकार ने वर्ष 2022-23 में देशभर के 3.8 करोड़ परिवारों तक साफ पीने का पानी पहुंचाने की योजना बनाई है. इसका असर छतरपुर के ग्रामीण इलाकों में दिखना शुरू हो गया है. कलेक्टर ने ग्राम पंचायत बिलवार, घिनौची, परा तथा मेलवार में निरीक्षण किया. यहां ग्रामीणों ने उनका फूलमालाओं से स्वागत सत्कार किया. निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने ग्रामीणों के घर-घर जाकर नल जल प्रदाय परियोजना की ग्रामीणों व महिलाओं से जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने पेयजल की सप्लाई गुणवत्ता पर संतोष व्यक्त करते हुए सबंधित विभाग को परियोजना के रखरखाव, टैक्स कलेक्शन व संधारण के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए.