भोपाल: मध्य प्रदेश में दलितों के साथ हो रही घटनाओं के खिलाफ कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग ने धरना प्रदर्शन किया. भोपाल के रोशनपुरा चौराहे पर सभा के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता सीएम हाउस की तरफ बढ़े, लेकिन पुलिस ने उन्हें अरेरा हिल्स थाने के सामने ही बैरिकेडिंग कर रोक लिया. हालांकि जब कांग्रेस कार्यकर्ता नहीं मानें और बैरीकेट्स पर चढ़ने लगे तो पुलिस को वॉटर कैनन का उपयोग करना पड़ा. वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि प्रदेश में दलितों के अपराध की राजधानी मध्यप्रदेश को बना दिया गया है.
जीतू पटवारी ने सभा को किया संबोधित
रोशनपुरा चौराहे पर जिला कांग्रेस कार्यालय के बाहर सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि "प्रदेश में पिछले 12 सालों से दलितों पर अत्याचार हो रहा है. हमारी एससी-एसटी की बेटियों के साथ दुराचार हो रहा है. मुख्यमंत्री छुटभैया नेता जैसी भाषा बोलते हैं. यदि उन्हें मुख्यमंत्री रहना है, तो संविधान का पालन करना होगा, आरक्षण का पालन करना होगा, प्रदेश की बेटियों की रक्षा करना होगी." उन्होंने आगे कहा कि मोहन यादव को मुख्यमंत्री रहना है, तो जो चुनाव के समय वादे किए थे, उसे पूरा करना चाहिए. लेकिन भाषण में वे हर रोज हल्की बातें करते हैं, ताकि उन्हें चर्चा मिले.
'मध्य प्रदेश को अपराध की राजधानी बना दिया'
जीतू पटवारी ने कहा कि "मध्य प्रदेश को दलितों के अपराध की राजधानी बना दिया है." उन्होंने आगे कहा कि "कांग्रेस के एक-एक कार्यकर्ता ही नहीं प्रदेश के एक-एक व्यक्ति को खड़े होना होगा. सभी को प्रयास करना चाहिए कि जब तक जातिगत जनगणना नहीं हो जाती तब तक बाबा साहब के अनुयायी चैन की सांस नहीं लेंगे. यह लड़ाई छोटी-मोटी नहीं है. राहुल गांधी ने संविधान की रक्षा का प्रण लिया है. इसमें आरक्षण की रक्षा, जातिगत जनगणना की बात की है".