शिमला: गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल में दो चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर हमले किए. अमित शाह ने सबसे पहले हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के तहत ऊना जिला के अंब कस्बे में जनसभा के दौरान राहुल गांधी को निशाने पर लिया. शाह ने कांग्रेस सरकार के कार्यकाल को आतंकवाद को लेकर कटघरे में खड़ा किया. शाह ने रैली के दौरान कई बार राहुल गांधी पर तंज कसते हुए उन्हें राहुल बाबा के नाम से पुकारा. सीमा पार आतंकवाद के दौर का जिक्र करते हुए अमित शाह ने राहुल गांधी को राहुल बाबा के नाम से संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार के समय सीमा पार से आलिया, मालिया, जमालिया आते थे और धमाके करके वापस चले जाते थे. कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति करती थी. कांग्रेस सरकार ने आतंकवाद पर कभी भी करारा जवाब नहीं दिया.
"उड़ी और पुलवामा का जवाब भारत ने पाकिस्तान को घर में घुस कर दिया"
वहीं, जब देश में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार आई तो सीमा पार से साजिश कर उड़ी व पुलवामा में हमला किया गया. केंद्र सरकार खामोश नहीं बैठी और सर्जिकल तथा एयर स्ट्राइक से करारा जवाब दिया. पाकिस्तान को घर में घुस कर मारा गया. अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस के नेता पाकिस्तान के एटम बम का हवाला देकर डराते थे. साथ ही आर्टिकल-370 को लेकर भी कांग्रेस ने डराने का ही काम किया. कांग्रेस कहती थी कि आर्टिकल 370 हटेगा तो कश्मीर में खून की नदियां बहेंगी, लेकिन ये मोदी सरकार है, जिसने आतंक को कुचला है. अमित शाह ने कहा कि इंदिरा गांधी के समय से देश के सैनिक वन रैंक, वन पेंशन की मांग करते थे, लेकिन कांग्रेस की सरकारों ने इस पर ध्यान नहीं दिया. केंद्र में मोदी सरकार आई तो सवा लाख करोड़ रुपए ओआरओपी के लिए तय किए.