कुल्लू:हिमाचल प्रदेश में जून में पर्यटन सीजन अच्छा रहा. बाहरी राज्यों से खूब टूरिस्ट पर्यटन स्थलों पर पहुंचे. इसी बीच पर्यटकों और स्थानीय लोगों के बीच कुछ मनमुटाव और छोटे-मोटे विवाद भी हुए. सोशल मीडिया पर इसे हिमाचल-पंजाब के बीच का मुद्दा बना दिया गया. लोग पर्यटकों से हिमाचल ना जाने की अपील भी करने लगे, लेकिन इसका कोई खासा असर नहीं हुआ और पहले की तरह की पर्यटकों का आना-जाना हिमाचल लगा रहा. अब जुलाई माह के शुरू होते ही सैलानियों की संख्या कुल्लू-मनाली के पर्यटन स्थलों पर कम हो गई है. क्या इसके पीछे का कारण स्थानीय लोगों और पड़ोसी राज्यों से आए पर्यटकों के बीच हुए विवाद हैं?
जून माह में समर सीजन चरम पर रहा और सैलानियों को बिना एडवांस बुकिंग के कमरे भी नही मिल पाए, लेकिन माह के अंतिम तीन दिन में अन्य राज्यों से मात्र 5,334 पर्यटक वाहन मनाली पहुंचे. जून माह के अंतिम रविवार को वाहनों की संख्या सबसे कम रही. इस दिन मात्र 1293 पर्यटक ही मनाली पहुंचे. अब मनाली के पर्यटन स्थलों में इन दिनों पड़ोसी राज्य पंजाब से ही सबसे अधिक पर्यटक आ रहे हैं. इसके अलावा दिल्ली और हरियाणा से भी छिटपुट पर्यटकों का आना जारी है. मनाली के ग्रीन टैक्स बैरियर से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार शुक्रवार से पर्यटक वाहनों की आमद कम हो गई. शक्रवार को 2,190 वाहन, शनिवार को 1,851 वाहन तथा रविवार को 1,293 पर्यटक वाहन ही मनाली पहुंचे. मनाली के होटलों में रौनक बरकरार है, लेकिन आक्यूपेंसी 60 प्रतिशत पहुंच गई है.
कुल्लू मनाली में घटी पर्यटकों की संख्या (ईटीवी भारत) मनाली के प्रसिद्ध रोहतांग दर्रे की अगर बात करें तो यहां पर अब वाहनों की संख्या कम होने लगी है. रविवार से रोहतांग जाने वाले वाहनों के परमिट भी अब सारे बुक नहीं हो पा रहे हैं. रविवार की अगर बात करें तो रोहतांग के लिए 1200 में से 343 परमिट बुक नहीं हो पाए. डीजल इंजन वाहन के सभी 400 परमिट बुक हुए, लेकिन पेट्रोल इंजन वाहन के 800 में से 457 परमिट ही बुक हुए. सोमवार को रोहतांग दर्रे के लिए 400 में से 322 वाहन ही बुक हुए और पेट्रोल वाहन में 800 में 373 वाहन ही रोहतांग दर्रे पर पहुंचे. वही, मंगलवार को भी रोहतांग जाने के लिए 400 डीजल वाहनों में मात्र 238 परमिट बुक हो पाए और पेट्रोल वाहनों के 800 में से मात्र 269 परमिट ही बुक हो पाए हैं. दरअसल कुल्लू की पर्यटन नगरी मनाली में भी समर सीजन अब आखिरी दिनों में पहुंच गया है. यही बजह है कि कुल्लू-मनाली में पर्यटकों की संख्या कम हो गई है.
मनाली के स्थानीय होटल कारोबारी रवि व्यास, राजू शर्मा, बंशी और किशन राणा ने बताया 'मनाली में समर सीजन अब पूरा होने को आ गया है. इसी के चलते पर्यटकों की संख्या कम हो रही है. शनिवार को होटलों में आक्यूपेंसी 100 प्रतिशत थी, लेकिन मंगलवार को घटकर 60 प्रतिशत रह गई है, हालांकि पर्यटन कारोबार के 15 जुलाई तक सीजन चलने की उम्मीद कर रहे हैं, लेकिन अगर बरसात अधिक होती है तो समर सीजन कुछ दिन में ही सिमट कर रह जाएगा.'
मनाली होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकेश ठाकुर ने कहा 'मई और जून माह में समर सीजन बेहतर रहा है. मनाली में अभी भी पर्यटकों का आना जारी है. घाटी में अगर बरसात अधिक नहीं हुई तो 15 जुलाई तक मनाली में पर्यटकों से रौनक लगी रहेगी.'
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