बिलासपुर:कोटा में शुक्रवार देर रात दो और अवैध क्लीनिक पर कार्रवाई की गई. जांच के बाद दोनों क्लीनिक सील कर दिए गए. इसमें कोटा में संचालित विश्वास क्लीनिक और दूसरा मरावी क्लीनिक है. मरावी क्लीनिक का संचालक देवशंकर मरावी है जो शासकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोटा में क्लर्क के पद पर पदस्थ है.
कोटा में 4 अवैध क्लीनिक पर कार्रवाई, स्वास्थ्य विभाग का क्लर्क था मालिक - Illegal Clinics In Kota - ILLEGAL CLINICS IN KOTA
ILLEGAL CLINICS IN KOTA कोटा में चार अवैध क्लीनिक पर तहसीलदार ने कार्रवाई की. मौके से भारी मात्रा में दवाइयां और इंजेक्शन भी मिले. स्वास्थ्य विभाग का क्लर्क भी बिना डिग्री के क्लीनक चला रहा था.
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Jul 20, 2024, 11:07 AM IST
|Updated : Jul 22, 2024, 6:34 AM IST
अवैध क्लीनिक पर कार्रवाई: कोटा एसडीएम युगल किशोर उर्वशा के नेतृत्व में राजस्व और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापामार कार्रवाई की है. कोटा में गुरुद्वारा के पीछे मरावी क्लिनिक और महाशक्ति चौक में संचालित विश्वास क्लिनिक की जांच की गई. दोनों ही क्लिनिक में बड़ी मात्रा में एलोपैथी दवाईयां और इंजेक्शन पाया गया. जिससे बाद टीम ने दोनों क्लीनक को सील कर दिया. कार्रवाई देर रात की गई. इससे पहले दिन में गुप्ता क्लीनिक और चिरंजीत विश्वास क्लीनिक के खिलाफ भी कार्रवाई की गई थी.
कोटा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का क्लर्क है मालिक: अवैध क्लीनिक में कार्रवाई के दौरान मरीजों की लंबी कतार भी देखी गई. विश्वास क्लिनिक में इलाज कराने आए धनरास के ग्रामीण विशंभर सिंह को 713 रुपए की दवाई देकर कुल 1300 रुपये वसूला गया. जिसे तहसीलदार ने वापस कराया. इसी तरह मरावी क्लिनिक के संचालक देवशंकर मरावी हैं, जो शासकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोटा में क्लर्क के पद पर पदस्थ हैं. इनके द्वारा भी भारी मात्रा में एलोपैथी दवाईयां रखकर इलाज किया जा रहा था. बिना डिग्री के इलाज और भारी मात्रा में दवाइयों और इंजेक्शन का स्टॉक मिलने के कारण दोनों क्लीनिक को तहसीलदार कोटा ने सील किया. पूरी कार्रवाई कोटा तहसीलदार और कोटवारों की संयुक्त टीम ने देर रात किया.