कोटा.भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो स्पेशल यूनिट कोटा की टीम ने गुरुवार से रात को बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए प्रधानमंत्री रोजगार गारंटी योजना के तहत नया उद्योग लगाने की फाइल को अप्रूव करने की एवज में रिश्वत लेते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इन आरोपियों में जिला उद्योग केंद्र के हैंडलूम इंस्पेक्टर भी शामिल है. शिकंजे में दो अन्य व्यक्ति भी आया है, जिनमें चार्टर्ड अकाउंटेंट और उसका ऑफिस असिस्टेंट भी 16500 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार हुआ है. यह रिश्वत 10 लाख के लोन की एवज में मांगी जा रही थी. इसमें सत्यापन के दौरान भी आरोपी चार्टर्ड अकाउंटेंट पहले भी रिश्वत ले चुकी थी.
एसीबी के महानिदेशक रविप्रकाश मेहरड़ा ने जानकारी देते हुए बताया है कि एक परिवादी ने उन्हें शिकायत की थी कि प्रधानमंत्री रोजगार गारंटी योजना के तहत नया उद्योग स्थापित करने की लिए उन्होंने 10 लाख के लोन स्वीकृत की फाइल लगाई है. इस फाइल को जिला उद्योग केंद्र से अप्रूव करवाने की एवज जिला उद्योग केंद्र के हैंडलूम इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह राजावत के लिए चार्टर्ड अकाउंटेंट वीनस माहेश्वरी 18 हजार रूपए की रिश्वत की मांग कर रही है. शिकायत का सत्यापन भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने करवाया. जिसमें 18 हजार रुपए रिश्वत की मांग सामने आ गई थी. इस मामले में सत्यापन के दौरान वीनस महेश्वरी 8 हजार रुपए रिश्वत भी ले चुकी थी.