लखनऊ: राजकीय पॉलिटेक्निक लखनऊ के साथ बीकेटी में पॉलिटेक्निक बनाने के लिए खरीदी गई जमीन पर आखिरकार पॉलिटेक्निक बनकर तैयार हो गई है. नए सत्र से राजधानी में बीकेटी पॉलिटेक्निक में प्रवेश होंगे, यह ट्रिपल-पी मॉडल पर चलेगी. साथ कई अन्य पॉलिटेक्निक भी नये सत्र से जुड़ेंगी. पूरे प्रदेश में ट्रिपल-पी मॉडल पर 22 पॉलिटेक्निक तैयार हुई हैं जो इस वर्ष शुरू होंगी.
राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थानों की बढ़ती लोकप्रियता और छात्रों का उत्साह देखते हुए लखनऊ समेत प्रदेश में 22 नये पॉलिटेक्निक बनकर तैयार हैं. अब काउंसलिंग में शामिल कर इनमें प्रवेश की तैयारी है. प्राविधिक शिक्षा से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण में 15 पॉलिटेक्निक तैयार हुए थे, बाद में इन्हें बढ़ाकर 22 कर दिया गया. इनमें रोजगारपरक कोर्स चलेंगे, सभी के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं. काउंसलिंग से पहले प्रक्रिया पूरी कर इन्हें जोड़ा जाएगा. अधिकारियों ने बताया कि ट्रिपल-पी मॉडल पर संचालित होने के बावजूद इन सभी को राजकीय पॉलिटेक्निक के नाम से ही जाना जाएगा.
चार कोर्स होंगे शुरू
प्राविधिक शिक्षा परिषद सचिव अजीत कुमार मिश्रा ने बताया कि लखनऊ के बीकेटी समेत प्रदेश को इस वर्ष 22 नये राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान मिल सकते हैं. कम से कम चार कोर्स के साथ इन पॉलिटेक्निक की शुरुआत होगी. इसमें तीन इंजीनियरिंग और एक नॉन इंजीनियरिंग कोर्स शामिल होगा. शुरुआत में तकरीबन 240 सीटों पर अभ्यर्थियों को प्रवेश मिलेगा. ट्रिपल-पी मॉडल वाली इन पॉलिटेक्निक में 30 से लेकर 50 फीसदी सीटों पर काउंसलिंग माध्यम से प्रवेश मिलेगा और छात्रों से राजकीय फीस वसूली जाएगी. एसके मिश्रा ने बताया कि निदेशालय ने इसका प्रारूप तैयार किया है. टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद यह काउंसलिंग से जुड़ेंगीअन्य सीटों पर अनुबंध करने वाली कंपनी फीस तय करेगी. अनुबंध की सीमा अवधि 20 वर्षों की होगी.