नई दिल्ली : भारत के दाएं हाथ के विकेटकीपर-बल्लेबाज संजू सैमसन के पिता सैमसन विश्वनाथ ने केरल क्रिकेट एसोसिएशन (केसीए) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. विश्वनाथ ने दावा किया कि उन्हें कैंप से पहले ही पता था कि संजू को विजय हजारे टूर्नामेंट में नहीं खिलाया जाएगा. उन्होंने बताया कि कैंप में भाग नहीं लेने वाले अन्य खिलाड़ियों को भी टूर्नामेंट के लिए चुना गया, हालांकि उन्होंने केसीए के अधिकारियों का का नाम नहीं बताया और कहा, 'मुझे पता है कि वे कौन हैं'. उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या केसीए के पास इसका कोई स्पष्टीकरण है. विश्वनाथ ने ये टिप्पणियां एक निजी ऑनलाइन इंटरव्यू में कीं.
मेरे दोनों बेटों के साथ हुआ भेदभाव
विश्वनाथ ने बताया कि संजू से पहले उनके बड़े बेटे सैली (सैली सैमसन) ने केरल के लिए खेला था. उसने अंडर-19 टीम के लिए शतक बनाया था और उसे एक होनहार खिलाड़ी माना जाता था. बाद में, उसने रणजी कैंप में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन उसे रणजी ट्रॉफी टीम के लिए नहीं चुना गया. विश्वनाथ ने कहा कि जब सैली को केरल अंडर-25 टीम में शामिल किया गया था, तब भी उसे 4 मैचों में खेलने का मौका नहीं दिया गया था. विश्वनाथ ने कहा, 'हम खिलाड़ी हैं. हमें खेल व्यवसाय में कोई दिलचस्पी नहीं है. कुछ लोग सोच सकते हैं कि हम यहां रैंक बढ़ाने के लिए हैं, लेकिन हमें इसमें कोई दिलचस्पी नहीं है'.
संजू को हटाने की भी कोशिश की गई
विश्वनाथ ने यह भी सवाल उठाया कि उनके बड़े बेटे को क्यों बाहर रखा गया, जिसे संजू से पहले भारतीय टीम के लिए संभावित उम्मीदवार के रूप में देखा जाता था. उन्होंने आगे दावा किया कि संजू को हटाने की कोशिश की गई थी. उन्होंने रणजी मैच के दौरान की एक घटना को याद किया जब उनके बेटे के दोनों घुटने चोटिल हो गए थे. विश्वनाथ ने छुट्टी मांगने के लिए फोन किया था, और उस समय केसीए अध्यक्ष टीसी मैथ्यू के साथ उनकी थोड़ी बहस हुई थी.