देहरादून: उत्तराखंड में आयोजित होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों में अब 34 खेलों का आयोजन होना है, लेकिन डायरेक्टर ऑफ कंपटीशन (DOC) ने केवल 28 खेलों का हो अप्रूवल दिया है. सबसे ज्यादा विवाद वॉलीबॉल को लेकर है.
दरअसल, उत्तराखंड में 28 जनवरी से होने वाले 38वें नेशनल गेम्स की लॉन्च सेरेमनी हो चुकी है. लॉन्चिंग सेरिमनी में इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की अध्यक्ष पीटी उषा ने जो घोषणा की है, उसके अनुसार योगासन और मलखम खेल को डेमोंस्ट्रेशन गेम से हटाकर कोर गेम में शामिल किया गया है. इसके बाद उत्तराखंड में होने वाले राष्ट्रीय खेलों की संख्या 32 से बढ़ाकर 34 कर दी गई है, लेकिन बड़ी बात यह है कि इनमें से अब तक केवल 28 गेम्स के DOC यानी डायरेक्टर ऑफ कंपटीशन के ही अप्रूवल मिल पाए हैं.
38वें नेशनल गेस्स से पहले वॉलीबॉल खिलाड़ियों में गुस्सा. (ETV Bharat) इन 6 खेलों के अप्रूवल का इंतजार: 38 वें राष्ट्रीय खेलों में अभी भी वॉलीबॉल, हैंडबॉल, ताइक्वांडो और गोल्फ खेल के न तो DOC के विजिट हुए हैं और न ही इस खेलों का अप्रूवल मिल पाया है. उत्तराखंड की खेल मंत्री रेखा आर्य ने इस बारे में बताया कि इन खेलों के DOC तो नहीं आए हैं, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही यह उत्तराखंड में आएंगे और इन खेलों को भी अप्रूवल मिल पाएगा.
वॉलीबॉल फेडरेशन में विवाद: उत्तराखंड में वॉलीबॉल खेल संघ को लेकर विवाद देखने को मिला है. दरअसल, सोमवार को देहरादून खेल सचिवालय में वॉलीबॉल के अनेक खिलाड़ी पहुंचे थे. खिलाड़ियों ने बताया कि राजस्थान के जयपुर में होने वाली नेशनल चैंपियनशिप के लिए खेल विभाग ने लेटर जारी किया था, जिसमें ट्रायल के लिए खेल सचिवालय पहुंचाने को कहा था. जब खिलाड़ी खेल में सचिवालय थे, उन्हें कहा गया है कि उनके कोई ट्रायल नहीं है. इस पर वॉलीबॉल खिलाड़ियों में काफी रोष देखने को मिला.
वॉलीबॉल विवाद पर खेल विभाग ने ली लिखित शिकायत: वहीं खिलाड़ियों के इन आरोपों पर खेल मंत्री रेखा आर्य का कहना है कि सभी खिलाड़ियों को नेशनल गेम्स में प्रतिभाग का मौका मिले. इसके लिए खेल विभाग ने कैंप खत्म होने के बाद एक ओपन ट्रायल का मौका सभी खिलाड़ियों को दिया है. वहीं, विशेष प्रमुख खेल सचिव अमित सिन्हा ने भी कहा कि वॉलीबॉल को लेकर के जो भी शिकायत उन तक आई है, वह शिकायत लिखित में ले ली गई है और उसे पर इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन से राय ली जाएगी.
घुड़सवारी और पावरलिफ्टिंग में भी हाथ लगी निराशा: इसके अलावा उत्तराखंड में होने जा रहे 38वें राष्ट्रीय खेलों में कई ऐसे खेल हैं, जिनको लेकर के लंबे समय से उत्तराखंड तैयारी कर रहा था. खुद विशेष प्रमुख खेल सचिव अमित सिन्हा उत्तराखंड पुलिस के माध्यम से प्रयासरत थे कि नेशनल गेम्स में घुड़सवारी का इवेंट हो और उसमें उत्तराखंड राज्य अच्छा काम करे, लेकिन यह खेल नेशनल गेम्स की लिस्ट में शामिल नहीं है तो वहीं खुद पावरलिफ्टिंग के खिलाड़ी अमित सिन्हा का पावरलिफ्टिंग गेम भी नेशनल गेम्स में शामिल नहीं है. हालांकि उनके द्वारा इसको लेकर के काफी प्रयास किया गया और लंबे समय से इसको लेकर के तैयारी भी चल रही थी.
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