भारतीय हॉकी प्लेयर का छलका दर्द, बोले- 'लोग हमें छोड़ डॉली चायवाले के साथ सेल्फी ले रहे थे' - Hardik on Dolly Chaiwala
Hardik Reveals Shocking Incident : भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी हार्दिक सिंह ने यूटयूब पोडकास्ट में एक बड़ा खुलासा किया है. जिसमें लोग एयरपोर्ट पर उन्हें छोड़ डोली चायवाला के साथ फोटो खिंचवा रहे थे. पढ़ें पूरी खबर...
नई दिल्ली :भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक में लगातार दूसरी बार कांस्य पदक जीतकर पूरे देश को गौरवान्वित किया. भारत में उनका जहां, जोरदार स्वागत हुआ वहीं, पीएम मोदी ने पेरिस ओलंपिक में उनके शानदार प्रदर्शन के बाद अपने आवास पर मुलाकात कर बधाई दी थी. इतनी शोहरत के बाद भी भारतीय खिलाड़ी एयरपोर्ट पर लोग उनको पहचान नहीं पाए.
भारत के हॉकी मिडफील्डर हार्दिक ने इस तरह की एक घटना का खुलासा किया है. जिसे चौंकाने वाला और शर्मनाक दोनों माना जा सकता है. उन्होंने बताया कि हवाई अड्डे पर पहुंचने पर खिलाड़ियों को इंटरनेट सनसनी डॉली चायवाला के कारण नजरअंदाज किया गया.
पेरिस ओलंपिक और बाद में एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में अपनी बैक-टू-बैक सफलता के बावजूद, हॉकी सितारों को हवाई अड्डे पर प्रशंसकों द्वारा नजरअंदाज कर दिया गया. फैंस ने हॉकी खिलाड़ियों को छोड़ डॉली चायवाला के साथ सेल्फी ली लेकिन वह भारतीय खिलाड़ियों तो पहचान नहीं पाए.
हार्दिक ने यूटयूब पोडकास्ट पर बताया कि, मैंने एयरपोर्ट से अपनी आँखों से देखा. हरमनप्रीत मैं और मंदीप सिंह हम 5-6 लोग थे. डॉली चायवाला भी वहां था, लोग हमें पहचान नहीं पा रहे थे और हमें छोड़ लोग उसके साथ सेल्फी खिंचवा रहे थे. उन्होंने आगे कहा, 'हम एक-दूसरे को देखने लगे (अजीब महसूस कर रहे थे). उन्होंने आगे कहा, हरमनप्रीत ने 150 से ज्यादा गोल किए हैं, मंदीप ने 100 से ज़्यादा फील्ड गोल किए हैं.
हार्दिक ने इस बात पर जोर दिया कि फैंस से मिलने वाला प्यार एथलीटों के उत्साह को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. उन्होंने कहा, 'एक एथलीट के लिए, प्रसिद्धि और पैसा एक ही चीज है. लेकिन जब लोग आपको देख रहे हों और आपकी सराहना कर रहे हों, तो एथलीट के लिए इससे बड़ी संतुष्टि और कोई नहीं हो सकती.
पिछले महीने पेरिस 2024 ओलंपिक में तीसरे स्थान के लिए स्पेन के खिलाफ 2-1 की जीत के साथ, भारत ने पुरुष हॉकी में कांस्य पदक हासिल किया और 1972 के बाद पहली बार बैक-टू-बैक ओलंपिक पोडियम फिनिश हासिल किया, इससे पहले तीन साल पहले टोक्यो में तीसरा स्थान हासिल किया था। ऐतिहासिक उपलब्धि के बाद पिछले हफ्ते फाइनल में चीन के खिलाफ 1-0 की जीत के साथ पांचवीं एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी का ताज जीता.