हैदराबाद: पूरे भारत में आज मंगलवार 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा 2024 धूमधाम के साथ मनाई जा रही है. हिंदू शास्त्र में भगवान विश्वकर्मा को सृजन और वास्तुकला का देवता माना जाता है. इस दिन भक्त अपने-अपने क्षेत्र में प्रगति और समृद्धि के लिए विश्वकर्मा जी की विधिवत पूजा करते हैं और उनका आशीर्वाद मांगते हैं.
लखनऊ के ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्र ने बताया कि विश्वकर्मा पूजा हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है. इसे विश्वकर्मा जयंती व विश्वकर्म दिवस के नाम से भी जाना जाता है. यह दिन ब्रह्मांड के दिव्य वास्तुकार भगवान विश्वकर्मा को समर्पित है. इस दिन लोग अपने वाहन, मशीन, औजार, कलपुर्जे, दुकान आदि की पूजा करते हैं. साथ ही घर में विभिन्न प्रकार के पूजा अनुष्ठान करते है.
उन्होंने कहा कि वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल विश्वकर्मा पूजा आज 17 सितंबर यानी मंगलवार को है. उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा पूजा 2024 का मुहूर्त सुबह 6 बजकर 30 मिनट से सायं 4 बजकर 40 मिनट तक का है. मंगलवार को पूजा का मुहूर्त पूरे दिनभर है, लेकिन सुबह 6:30 से 4:40 तक अति विशिष्ट मुहूर्त है.
जानिए विश्वकर्मा पूजन के नियम
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि सबसे पहलेकार्यस्थल की सफाई करें और उसे सजाएं. पूजा करने से पहले सभी उपकरणों को फूलों से सजाएं. उपकरणों पर कुमकुम लगाएं और फूल आदि अर्पित करें. फिर दीपक दिखाएं. भगवान विश्वकर्मा की भी विधिवत पूजा करें. तामसिक चीजों से परहेज करें. पूजा के समय क्लेश न करें. भगवान विश्वकर्मा का आशीर्वाद पाने के लिए मिठाइयां, फल और अन्य प्रसाद अर्पित करें. भगवान विश्वकर्मा के वैदिक मंत्रों का जाप करें. गरीबों की मदद करें. पूजा में हुई गलतियों के लिए क्षमा याचना करें.
सनातन धर्म में विशेष महत्व
डॉ. उमाशंकर मिश्र ने बताया किसनातन धर्म में व्रत-त्यौहर का काफी महत्व होता है. यहां हर एक पूजा का विशेष महत्व माना जाता है. इस बार विश्वकर्मा 17 सितंबर, दिन मंगलवार को मनाई जा रही है. इस शुभ दिन पर भगवान विश्वकर्मा की पूजा का विधान है. विश्वकर्मा पूजा के दिन सभी ऑफिस, फैक्ट्री, दुकान, मकान इत्यदि की पूजा होती है. तो वहीं, विश्वकर्मा के पूजा के दिन इन उपाय के करने से कारोबार में दोगुनी तरक्की होती है.