वाशिंगटन: संयुक्त राज्य अमेरिका ने गाजा में हमास की भूमिगत सुरंगों को निशाना बनाने के लिए इजराइल को दिए जाने वाले 2,000 पाउंड के शक्तिशाली बम देने पर रोक लगा दी है. अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि अमेरिका 1,800 बमों के साथ-साथ 1,700 और 500 पाउंड के बमों की खेप रोक रहा है. देश ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है जब इजराइल हमास को जड़ से उखाड़ने के प्रयास में दक्षिणी गाजा शहर राफा पर हमले की योजना बना रहा है.
अमेरिका को चिंता है कि राफा में 1 मिलियन से अधिक शरणार्थियों आश्रा लिए हुए हैं. ऐसे में बम बड़े पैमाने पर तबाही मचा सकते हैं. बता दें कि ह्यूमन राइट्स ग्रुप लंबे समय से कह रहे हैं कि इजराइल के शक्तिशाली बमों के इस्तेमाल के कारण फिलिस्तीनी नागरिकों की अंधाधुंध हत्याएं हो रही हैं.
इस संबंध में अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने बुधवार को सीनेट पैनल को बताया कि राफा जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्र के लिए छोटे, अधिक सटीक हथियारों की जरूरत है. हालांकि, हम यह भी सुनिश्चित करते रहेंगे कि इजराइल के पास अपनी रक्षा के लिए आवश्यक साधन मौजूद रहें. हम वर्तमान में राफा में सिक्योरिटी असिस्टेंट शिपमेंट की समीक्षा कर रहे हैं.
अमेरिका को 2000 पाउंड के बम की चिंता क्यों है?
अमेरिका ने द्वितीय विश्व युद्ध में अपने विमानों से 2,000 पाउंड के बम गिराए थे. इसका मौजूदा वर्जन वियतनाम युद्ध के समय का है. यह हवा से गिराया जाने वाला हथियार है, जो अधिक भार ले जा सकता है.
जमीन के अंदर और ऊपर टारगेट भेदने के लिए बना है बम
फाउंडेशन फॉर द डिफेंस ऑफ डेमोक्रेसीज सेंटर ऑन मिलिट्री एंड पॉलिटिकल पावर के एक वरिष्ठ रिसर्चर रयान ब्रॉबस्ट ने कहा कि यह अमेरिकी के बड़े हथियारों में से एक है. 2,000 पाउंड के बम के कई प्रकार हैं - कुछ को जमीन के अंदर टारगेट को भेदने के लिए डिजाइन किया गया है, जबकि कुछ जमीन के ऊपर विस्फोट करते हैं और बड़ा नुकसान करते हैं. इसके विस्फोट का दायरा एक चौथाई मील तक हो सकता है.
इस बम को सैनिक लड़ाकू जेट से जमीन पर गिराने के बजाय, टारगेट तक गोला-बारूद का ले जाने में सक्षम बनाती है. यह बम काफी सटीक होती है. घनी आबादी वाले इलाके में इसका सटीक प्रहार अनपेक्षित लोगों को मार सकती है. इजरायल पर 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद अमेरिका ने इजरायल को 2,000 पाउंड का गोला-बारूद प्रदान किया. इसके अलावा अमेरिका ने इजराइल को अन्य प्रकार के हथियार दिए हैं.