तेहरान:संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मिशन ने कहा है कि याह्या सिनवार की मौत की परिस्थितियों से 'प्रतिरोध की भावना' मजबूत होगी. ईरान की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सिनवार जाहिर तौर पर राफा में इजरायली सेना से लड़ते हुए मारा गया है, न कि बंकर में छिपकर, जैसा कि इजरायल लगातार बता रहा है. संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मिशन ने एक्स पर पोस्ट किया कि जब अमेरिकी सेना ने एक अव्यवस्थित सद्दाम हुसैन को भूमिगत गड्ढे से बाहर निकाला, तो उसने हथियारबंद होने के बावजूद उनसे उसे न मारने की भीख मांगी. जो लोग सद्दाम को अपने प्रतिरोध का मॉडल मानते थे, वे अंततः टूट गए.
जब मुसलमान शहीद सिनवार को युद्ध के मैदान में खड़े हुए देखते हैं, युद्ध की पोशाक में और खुले में, किसी छिपने की जगह पर नहीं, दुश्मन का सामना करते हुए - प्रतिरोध की भावना मजबूत होगी. वह उन युवाओं और बच्चों के लिए एक आदर्श बन जाएगा जो फिलिस्तीन की मुक्ति की दिशा में उनके मार्ग को आगे बढ़ाएंगे. जब तक कब्जा और आक्रमण मौजूद है, प्रतिरोध कायम रहेगा, क्योंकि शहीद जीवित है और प्रेरणा का स्रोत है.