पीएम मोदी से भेंट के बाद बदले ट्रूडो के सुर, कहा- मिलकर काम करेंगे - Trudeau meet Modi - TRUDEAU MEET MODI
Canada India relations Trudeau said we work together: इटली में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद कनाडा के पीएम ट्रूडो के सुर बदले गए. उन्होंने महत्वपूर्ण मुद्दों से निपटने के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई.
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो (ANI)
अपुलिया: इटली में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के एक दिन बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि कुछ 'महत्वपूर्ण लेकिन संवेदनशील' मुद्दे हैं जिन पर दोनों देशों को मिलकर काम करने की जरूरत है. कनाडा स्थित एक मीडिया चैनल के अनुसार दोनों नेताओं के बीच क्या चर्चा हुई, इसका अधिक ब्यौरा साझा करने से इनकार कर दिया.
शनिवार (स्थानीय समय) को शिखर सम्मेलन के दौरान पत्रकारों से बात करने के दौरान ट्रूडो से प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी बैठक के बारे में पूछा गया. इसपर उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि आप समझ सकते हैं कि मैं इस मुद्दे के विवरण में नहीं जाऊंगा.' कुछ महत्वपूर्ण लेकिन संवेदनशील मुद्दे हैं जिन पर हमें आगे काम करने की जरूरत है. यह आने वाले समय में कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दों से निपटने के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता थी.
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी से कोई आश्वासन मिला है, कनाडाई प्रधानमंत्री ने कहा, 'जैसा कि मैंने कहा कि मैं इस पर अधिक बात नहीं करूंगा, लेकिन कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे हैं जिन पर हमें काम करने की जरूरत है और हम करेंगे.' जी-7 शिखर सम्मेलन 13-15 जून तक इटली के अपुलिया क्षेत्र में आयोजित किया गया.
यहां भारत को शिखर सम्मेलन में 'आउटरीच देश' के रूप में आमंत्रित किया गया था और इसमें सात सदस्य देशों, अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, जर्मनी, इटली, जापान और फ्रांस के साथ-साथ यूरोपीय संघ ने भी भाग लिया था. प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को यहां जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान अपने कनाडाई समकक्ष जस्टिन ट्रूडो से मुलाकात की. बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, 'जी7 शिखर सम्मेलन में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से मुलाकात की. यह बैठक भारत और कनाडा के बीच तनावपूर्ण राजनयिक संबंधों के बीच हुई है.
प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के इस आरोप के कारण नई दिल्ली और ओटावा के बीच संबंध खराब हो गए थे कि पिछले साल जून में ब्रिटिश कोलंबिया में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत शामिल था. हालांकि, भारत ने आरोपों को बेतुका और प्रेरित बताते हुए इसे सिरे से खारिज कर दिया. नई दिल्ली ने यह भी कहा है कि कनाडा ने हरदीप सिंह निज्जर हत्या मामले में कोई 'विशिष्ट' सबूत या प्रासंगिक जानकारी नहीं दी है. निज्जर को 2020 में भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा आतंकवादी घोषित किया गया था और पिछले साल जून में सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.