वाशिंगटन:अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने वाशिंगटन में डेमोक्रेटिक प्राइमरी चुनाव में, वहीं पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रिपब्लिकन प्राइमरी चुनाव में जीत हासिल कर अपनी पार्टियों की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की ओर कदम बढ़ा दिया है. राष्ट्रपति बाइडन (81) ने जॉर्जिया में पार्टी के प्राइमरी चुनाव में आसानी से जीत हासिल की. अब वह राष्ट्रपति चुनाव के लिए पार्टी के संभावित उम्मीदवार बन गए हैं.
बाइडेन को कुल 3,933 डेलीगेट्स (मतदाताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले पार्टी सदस्य) में से आध से अधिक का समर्थन मिल चुका है. डेमोक्रेट उम्मीदार बनने के लिए 1,968 डेलीगेट्स की जरूरत होती है. बाइडेन को अगस्त में शिकागो में 'डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन' के दौरान औपचारिक रूप से पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया जाएगा. ट्रंप (77) को अब तक 1,215 डेलिगेट का समर्थन मिल चुका है. ट्रंप को जुलाई में मिल्वॉकी में ‘रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन’ में आधिकारिक तौर पर उम्मीदवार घोषित किया जाएगा.
उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने बाइडेन का अपनी पार्टी का उम्मीदवार बनने पर प्रसन्नता व्यक्त की. वहीं बाइडेन की ओर से एक बयान जारी करके जीत तथा उम्मीदवारी पर प्रसन्नता व्यक्त की गई और ट्रंप को लोकतंत्र के लिए खतरा करार दिया गया.
बाइडन ने कहा कि ट्रंप आक्रोश, प्रतिशोध का अभियान चला रहे हैं जो अमेरिका के मूल विचार को खतरे में डालता है. मंगलवार को प्राइमरी चुनाव की पूर्व संध्या पर ट्रंप ने स्वीकार किया था कि बाइडन ही उनके सामने डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार होंगे.
अमेरीका के लगभग 70 साल के इतिहास में यह पहली बार हैं जब जो बाइडेन और डोनाल्ड ट्रंप आमने- सामने होगें. 2020 के चुनाव की अगली कड़ी आधिकारिक तौर पर तय हो गई है. 2020 के चुनाव की तरह ही इस बार भी राष्ट्रपति जो बाइडेन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुकाबला होगा. बाइडेन और ट्रंप पहले भी इस अमेरिकी महाचुनाव में एक दूसरे का सामना कर चुके हैं. हालांकि, इससे पहले ट्रंप राष्ट्रपति थे और बाइडेन उन्हें चुनौती दे रहे थे. तब मुकाबला काफी स्पष्ट था जो इस बार ज्यादा सघन हो गया है.
आपको बता दे बाइडेन ने मंगलवार को चुनावी डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से नामाकंन के लिए जरूरी संख्याबल हासिल कर लिया. चुनाव के इस स्तर पर उनके समर्थन में पर्याप्त प्रतिनिधि अब तक मतदान कर चुके हैं.
क्यों खास है बाइडेन और ट्रंप का एक बार फिर मुकाबले में रहना: अमेरिकी इतिहास में ऐसा बहुत कम बार हुआ है कि लगातार दो चुनावों में दो समान दावेदार राष्ट्रपति पद के लिए आमने-सामने हों. इससे पहले ऐसा मुकाबला 1956 में हुआ था. जब रिपब्लिकन राष्ट्रपति ड्वाइट डी. आइजनहावर ने चार साल पहले अपने डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी एडलाई स्टीवेन्सन को फिर से हरा दिया था. ग्रोवर क्लीवलैंड, इस बीच देश के 22वें और 24वें राष्ट्रपति थे, जिन्होंने 1884 और 1892 में चुनाव जीते.