मोरिंगा, जिसे आमतौर पर 'ड्रम स्टिक' या सहजन कहते है, आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण पौधा माना जाता है. सहजन के बारे में यह प्रमाणित है कि इस पेड़ का हर अंग स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक है. सहजन में अविश्वसनीय पोषण होता है, ऐसे कई तरीके हैं जिनसे आप सहजन को अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं. आप करी बना सकते हैं, इसे सूप में मिला सकते हैं, शोरबा में इस्तेमाल कर सकते हैं, अचार बना सकते हैं, सलाद में डाल सकते हैं.
कई समस्याओं में रामबाण
मोरिंगा वनस्पति तेल में समृद्ध है और इसमें उच्च पोषण मूल्य हैं. इसके पत्तों और फूलों का उपयोग मुख्य रूप से विभिन्न रोगों के प्रबंधन के लिए किया जाता है. मोरिंगा शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाकर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है. यह अपने एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण लीवर को नुकसान से भी बचाता है. यह मधुमेह रोगियों के लिए भी अच्छा है क्योंकि यह ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में मदद करता है. मोरिंगा पुरुषों के लिए फायदेमंद है क्योंकि इसमें कामोद्दीपक गुण होते हैं. मोरिंगा का जूस पीने से मूत्रवर्धक के रूप में कार्य करके रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद मिलती है.
मोरिंगा को चाय, पाउडर या कैप्सूल के रूप में लिया जा सकता है. मोरिंगा का तेल जब त्वचा पर लगाया जाता है तो यह मुंहासों को रोकने में मदद करता है और इसकी एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि के कारण घाव भरने को बढ़ावा देता है. मोरिंगा के पत्तों के पाउडर का पेस्ट लगाने से जोड़ों के दर्द में भी मदद मिलती है.
इन नामों से है फेमस
मोरिंगा को अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग नामों से जाना जाता है जिसमें, मोरिंगा ओलीफेरा, सोभांजना, बहला, तिक्सनगंधा, अक्सिवा, मोकाका, सजिना, सजना, सजने, हॉर्स रेडिश ट्री, ड्रम स्टिक ट्री, सरगावो, सेकाटो, सारागावो, पर्ना, शाजोमा, मुंगना, नीगे, नग्गे एले, मुरिन्ना, तिश्नगंधा, मुरिंगा, मुरिंगा एलाई, सेवगा, सेगाटा, सेगाटा पाना, शेवगाची पाणे, सजना, मुंगा, मुनिका, सोहंजना, मुरुंगई, मुरुंगई इलाइ, मुनागा अकु, सहजन शामिल है.
वैज्ञानिकों ने भी सहजन को मान लिया सुपरफूड
वैज्ञानिकों के मुताबिक मोरिंगा को पूरी दुनिया में सुपर फूड के नाम से जाना जाता है. आयुर्वेदिक डॉक्टर दीक्षा भावसार ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर मुनगा पेड़ के उपयोग को साझा किया. उन्होंने कहा कि मोरिंगा का उपयोग आयुर्वेद में 300 बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है. यह एक अद्भुत वृक्ष के रूप में जाना जाता है. मोरिंगा का पेड़ अस्थमा और गठिया जैसी बीमारियों से बचाता है. बालों के झड़ने जैसी सामान्य समस्याओं में मददगार है. डॉ. दीक्षा भावसार ने कहा कि हालांकि मुनगा में औषधीय गुण हैं, लेकिन किसी विशेषज्ञ की सलाह के बिना इसे आहार में शामिल नहीं करना चाहिए.