दिल्ली

delhi

ETV Bharat / health

इन लोगों की जरूरतों पर ध्यान देना जरूरी, जानिए विशेषज्ञों की राय विश्व जनसंख्या दिवस पर - World population day

World population day : UNFPA 2023 की रिपोर्ट के अनुसार भारत चीन को पीछे छोड़कर दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया है. जनसंख्या वृद्धि से भीड़ बढ़ती है और मानव स्वास्थ्य संसाधन भी नष्ट होते हैं. पढ़ें पूरी खबर... world population day theme Leave no one behind count everyone .

LEAVE NO ONE BEHIND COUNT EVERYONE THEME FOR WORLD POPULATION DAY
विश्व जनसंख्या दिवस (Etv Bharat)

By IANS

Published : Jul 11, 2024, 1:17 PM IST

नई दिल्ली : विश्व जनसंख्या दिवस पर गुरुवार को विशेषज्ञों ने कहा कि महिलाओं, युवाओं और हाशिए पर पड़े समुदायों की जरूरतों पर ध्यान देना जरूरी है, जो बढ़ती आबादी के कारण अपर्याप्त हैं. विश्व जनसंख्या दिवस हर साल 11 जुलाई को वैश्विक जनसंख्या मुद्दों और समाज पर उनके प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है. इस वर्ष का विषय है "किसी को पीछे न छोड़ें, सभी की गिनती करें". Leave no one behind count everyone theme for world population day .

UNFPA की 2023 में विश्व जनसंख्या स्थिति रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 142.86 करोड़ की आबादी के साथ, भारत चीन को पीछे छोड़कर दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया है. पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पीएफआई) की कार्यकारी निदेशक पूनम मुत्तरेजा ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि भले ही भारत दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया है, लेकिन "हमने प्रतिस्थापन स्तर की प्रजनन दर हासिल कर ली है." उन्होंने बताया, "इसका मतलब है कि प्रति महिला पैदा होने वाले बच्चों की औसत संख्या एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक जनसंख्या के आकार को स्थिर रखने के लिए पर्याप्त है."

विश्व जनसंख्या दिवस (IANS)

जनसंख्या वृद्धि से भीड़भाड़ भी बढ़ती है और मानव स्वास्थ्य संसाधन भी नष्ट होते हैं
सर गंगा राम अस्पताल के मेडिसिन विभाग के वरिष्ठ परामर्शदाता एम वली ने आईएएनएस को बताया, "इससे पहले से ही बोझ तले दबे हमारे बुनियादी ढांचे पर और अधिक बोझ पड़ता है, लोग बुनियादी सुविधाओं से वंचित होते हैं, पानी की कमी होती है, स्वच्छता और सीवेज से संबंधित समस्याएं पैदा होती हैं." अधिक जनसंख्या के कारण रुग्णता और मृत्यु दर जैसे स्वास्थ्य सेवा सूचकांक भी खराब हो सकते हैं, क्योंकि जनसंख्या (विशेष रूप से महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों जैसे कमजोर वर्गों) की निवारक और जांच संबंधी स्वास्थ्य सेवा की ज़रूरतें पर्याप्त रूप से पूरी नहीं हो पाती हैं.

फोर्टिस फरीदाबाद की ईशा वधावन ने आईएएनएस को बताया , "अधिक जनसंख्या की समस्या को नियंत्रित करने के लिए महिलाओं का उत्थान एक कारगर रणनीति है. शिक्षित महिलाओं में अपने प्रजनन अधिकारों का प्रयोग करने की अधिक संभावना होती है, यानी गर्भनिरोधक का उपयोग करना और अपने साथियों को इसके लिए प्रेरित करना, परिवार नियोजन करना और अवांछित गर्भधारण को समाप्त करने पर विचार करना. वे छोटे और स्वस्थ परिवार रखने के महत्व को भी अधिक समझती हैं." world population day theme , world population day poster , World population day , world population day theme 2024 , population day , essay on world population day .

ये भी पढ़ें-

Neem Ke fayde :नीम की पत्तियां खाने से क्या होता है? जानिए विशेषज्ञों की राय

ABOUT THE AUTHOR

...view details