मुंबई: बॉलीवुड एक्टर गुलशन देवैया इन दिनों अपनी नई फिल्म उलझ और बैड कॉप को लेकर सुर्खियों में छाए हुए हैं. उन्होंने दोनों में अपने एक्टिंग से अपने फैंस का दिल जीत लिया है. हाल ही में गुलशन से फिल्म इंडस्ट्री के नेपोजिज्म के बारे में पूछा गया. एक्टर ने इसका सवाल बहुत ही बेहतरीन अंदाज से दिया है. साथ ही उन्होंने शाहरुख खान का उदाहरण भी दिया.
एक इंटरव्यू में गुलशन देवैया से नेपोटिज्म पर सवाल पूछा गया, जिस पर 'हंटर' स्टार ने कहा, 'नेपोटिज्म एक प्रिविलेज (विशेष अधिकार) है. हर किसी को यह प्रिविलेज है. मेरा क्या प्रिविलेज था? मैं एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ा हूं. अभी भी मेरे मां-बाप का घर मेरे पैसे से नहीं चल रहा है. मैं इकलौता बच्चा हूं. मेरी मां बीमार रहती है. मेरे पिता ने कभी ऐसा नहीं कहा कि मत जाओ. हमारा क्या होगा? रुको. हमारी देखभाल कौन करेगा? उन्होंने कभी ऐसा नहीं कहा. यह मेरा प्रिविलेज है. उन्होंने मुझे करने दिया जो मुझे करना था.'
एक्टर ने आगे कहा, कुछ लोगों के पास प्रिविलेज होता है कि उनके पास एक्सेस होता है, उनके पास नॉलेज होता है कि ये इंडस्ट्री कैसे काम करता है. तौर तरीके क्या है, इसके बिजनेस के तरीके क्या हैं? थिएटर रिलीज का बिजनेस मॉडल क्या है? इसकी समझ होती है उनके पास. पीआर कैसे वर्क करता है. परसेप्शन कितना महत्वपूर्ण है. अवॉर्ड सिस्टम का सिस्टम क्या है. ये सब उनको पहले से पता रहता है, क्योंकि वो इसी माहौल में पले-बड़े हैं. मेरे जैसे लोग आकर सिखते हैं. हमको सिखना पड़ता है. ये और एक्सेसबिलिटी छोड़कर कुछ नहीं है. बाकी आपको सिखना पड़ेगा.