नई दिल्ली:भारतीय अरबपति और एस्सार समूह के सह-संस्थापक शशि रुइया का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. शशि रुइया 81 वर्ष के थे. पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि 5 नवंबर को मुंबई में लगभग 23.55 बजे निधन हो गया. वे लगभग एक महीने पहले अमेरिका से लौटे थे. अमेरिका में उनका इलाज चल रहा था.
शशि रुइया अपने भाई रवि के साथ मिलकर मेटल से लेकर टेक्नोलॉजी तक के क्षेत्र में काम करने वाली कंपनी एस्सार की स्थापना की थी.
पीएम मोदी ने किया पोस्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रुइया को 'एक महान व्यक्तित्व' बताया और इस कठिन समय में रुइया के परिवार और प्रियजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की. प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि शशिकांत रुइया जी उद्योग जगत में एक महान हस्ती थे. उनके दूरदर्शी नेतृत्व और उत्कृष्टता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता ने भारत के कारोबारी परिदृश्य को बदल दिया. उन्होंने नवाचार और विकास के लिए उच्च मानक भी स्थापित किए. वे हमेशा विचारों से भरे रहते थे और हमेशा इस बात पर चर्चा करते थे कि हम अपने देश को कैसे बेहतर बना सकते हैं. शशि जी का निधन बेहद दुखद है. दुख की इस घड़ी में उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदना. ओम शांति.
कौन है शशि रुइया? पहली पीढ़ी के उद्यमी और उद्योगपति, शशि रुइया ने 1965 में अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में अपनी यात्रा शुरू की. अपने भाई रवि के साथ उन्होंने एस्सार की स्थापना की और इसकी विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
रुइया ने राष्ट्रीय और उद्योग संगठनों में कई प्रमुख पदों पर कार्य किया. वह फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) की प्रबंध समिति का हिस्सा थे और भारत-अमेरिका संयुक्त व्यापार परिषद के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया. वह भारतीय राष्ट्रीय जहाज मालिक संघ के पूर्व अध्यक्ष और प्रधानमंत्री के भारत-अमेरिका सीईओ फोरम और भारत-जापान व्यापार परिषद के सदस्य भी थे.