हैदराबाद:हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजों ने एक बार फिर राजनीतिक विश्लेषकों को चौंका दिया है. सारे एग्जिट पोल के आंकड़े और अनुमान एक बार फिर गलत साबित हुए हैं. हरियाणा के चुनाव नतीजे अप्रत्याशित रहे. एग्जिट पोल में जहां कांग्रेस की जीत की भविष्यवाणी की गई थी, लेकिन चुनाव नतीजे एग्जिट पोल के आंकड़ों से बिल्कुल उलट आए. भाजपा ने कांग्रेस की उम्मीदों पर पानी फेरते हुए लगातार तीसरी बार राज्य की सत्ता में वापसी की.
इसी तरह, जम्मू-कश्मीर चुनाव को लेकर एग्जिट पोल में त्रिशंकु विधानसभा का अनुमान जताया गया था. लेकिन मंगलवार 8 अक्टूबर को मतगणना के सामने आए चुनाव नतीजों में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन ने पूर्ण बहुमत के साथ जीत हासिल की. जम्मू-कश्मीर में भी एग्जिट पोल के आंकड़े अंतिम चुनाव नतीजों से मेल नहीं खाते हैं.
इससे पहले भी, एग्जिट पोल के अनुमान कई बार गलत साबित हो चुके हैं. 2004 के लोकसभा चुनाव में एग्जिट पोल के अनुमान में बुरी तरह विफल हुए हैं. तब अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने कार्यकाल पूरा होने से आठ महीने पहले ही लोकसभा भंग चुनाव का सामना करने का फैसला किया था.
इसके बाद हुए लोकसभा चुनाव को लेकर सारी एग्जिट पोल में एनडीए गठबंधन को आगे दिखाया गया था. उस समय, इंडिया टुडे ने अपने एग्जिट पोल में एनडीए के लिए 330 सीटों की भविष्यवाणी की थी, जबकि अन्य एग्जिट पोल में एनडीए को लगभग 270 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था. लेकिन चुनाव नतीजे आने पर एग्जिट पोल के आंकड़े गलत साबित हुए थे. भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था और कांग्रेस के नेतृत्व में यूपीए गठबंधन की सरकार बनी थी.
बिहार विधानसभा चुनाव 2015
2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में भी एग्जिट पोल सही अनुमान लगाने में पूरी तरह विफल साबित हुए थे. सभी एग्जिट पोल में भाजपा-एनडीए को जेडीयू-आरजेडी गठबंधन पर बढ़त बताई गई थी, लेकिन चुनाव नतीजे उलट आए. भाजपा और उसके सहयोगी दल 58 सीटों पर सिमट गए, जबकि जेडीयू-आरजेडी गठबंधन ने 178 सीटें जीतीं.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015
2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) ने कुल 70 में से 67 सीटों के साथ शानदार जीत हासिल की थी. तब एग्जिट पोल में 'आप' को स्पष्ट बहुमत मिलने का अनुमान लगाया गया था, लेकिन किसी ने भी इतनी बड़ी जीत का अनुमान नहीं दिया था. सिर्फ एक एग्जिट पोल ने 'आप' को 50 से अधिक सीटें मिलने का संकेत दिया था.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017
साल 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अधिकांश एग्जिट पोल ने भविष्यवाणी की थी कि किसी भी दल को बहुमत नहीं मिलेगा, लेकिन भाजपा ने चुनाव में बड़ी जीत हासिल की थी. इसके बाद योगी आदित्यनाथ राज्य के मुख्यमंत्री बने थे. जबकि अधिकांश एग्जिट पोल ने अनुमान लगाया था कि 403 सीटों वाली विधानसभा में भाजपा को 160 से 180 सीटें मिल सकती हैं.
पंजाब विधानसभा चुनाव 2017
2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव के समय एग्जिट पोल में AAP को भारी समर्थन मिलने की भविष्यवाणी की गई थी, लेकिन सभी एग्जिट पोल गलत साबित हुए थे. आजतक-एक्सिस एग्जिट पोल में भाजपा और शिअद गठबंधन को 18-22 सीटें, कांग्रेस को 56-61 और AAP को 36-41 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था. जबकि न्यूज 24 ने भाजपा-शिअद को 20-25 सीटें, कांग्रेस को 27-35 और AAP को 70-80 सीटें दी थीं. लेकिन चुनाव नतीजों में कांग्रेस ने 117 सीटों में से 77 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया था. भाजपा-अकाली दल गठबंधन को 18 सीटें मिली थीं, जबकि आप को 20 सीटें मिली थीं.
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018
साल 2018 के छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भी अधिकांश एग्जिट पोल कांग्रेस की भारी जीत का का अनुमान लगाने में विफल रहे थे.